बिलासपुर । बिलासपुर में स्टूडेंट की पिटाई करने वाली टीचर पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। स्टूडेंट का स्कूल में दूसरा दिन था। उसका कसूर यह था कि वह संस्कृत की कॉपी लेकर गया था और रफ कॉपी में लिख रहा था। बस इतनी सी बात पर टीचर ने उसके गाल में तमाचे जड़ दिए और बाल पकड़कर खींचने लगी। घटना सरकंडा थाना क्षेत्र की है।
पुराना हाईकोर्ट के पास रहने वाली श्वेता वर्मा ब्यूटी पार्लर चलाती हैं। उनका बेटा रूद्र वर्मा 6वीं कक्षा में पढ़ता है। पहले वह मंगला चौक स्थित अचीवर्स स्कूल में पढ़ता था। दो दिन पहले ही वहां से ट्रांसफर कराकर उसे 29 मार्च को सरकंडा के बहतराई स्थित लोयला स्कूल में एडमिशन कराई है।
रुद्र गुरुवार की सुबह करीब 7 बजे स्कूल पहुंचा। स्कूल के दूसरे दिन होने के कारण वह कॉपी नहीं लिया है। लिहाजा, उसकी मां ने उसे रफ कॉपी (रजिस्टर) देकर स्कूल भेजा था। स्कूल में संस्कृत की टीचर दुर्गा साहू क्लास में आई, तब रुद्र रफ कॉपी में लिखने लगा। उसे देखकर टीचर ने रुद्र का बाल खींचकर गाल में चार तमाचे जड़ दिए। इसके बाद रुद्र रोने लगा। घर जाने के बाद दोपहर 12 बजे उसने इस घटना की जानकारी अपनी मां को दी।
बच्चे को लेकर कोतवाली थाने से सरकंडा पहुंची मां
घर पहुंचने के बाद रुद्र अपनी मां के पास लिपट कर रोने लगा। उसकी मां ने पूछताछ की, तब उसने पूरी घटना की जानकारी दी। इससे गुस्साई श्वेता वर्मा अपने बच्चे को लेकर कोतवाली थाना पहुंची। जहां थाना प्रभारी प्रदीप आर्या को घटना की जानकारी दी। पूरी बातों को सुनने के बाद उन्होंने बच्चे का मेडिकल कराया, उसके गाल लाल पड़ गए थे। इसके बाद प्राचार्य को थाने बुलाया गया। उन्होंने सरकंडा थाना क्षेत्र होने के कारण ञ्जढ्ढ परिवेश तिवारी से चर्चा की और उन्हें सरकंडा थाने भेज दिया। सरकंडा पुलिस ने टीचर दुर्गा साहू के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
पहले मारपीट से किया इंकार फिर बच्चे का पैर पकडऩे लगी टीचर
मामला जब थाने तक पहुंचा तो टीचर दुर्गा साहू बच्चे के साथ मारपीट करने से इंकार करने लगी। इस दौरान पुलिस ने क्लास रूम में लगे ष्टष्टञ्जङ्क कैमरे की जांच करने की बात कही, तब टीचर दुर्गा साहू अपनी गलती स्वीकार करने लगी।
थाना प्रभारी आर्य और प्राचार्य के सामने टीचर ने कहा कि बच्चे की पिटाई करने का विशेष कारण नहीं है। वह बोली की गलती से वह बाल खींचकर तमाचा जड़ दी। इस दौरान टीचर बच्चे व उसकी मां का पैर पकडऩे लगी। लेकिन, बच्चे की मां केस दर्ज कराने पर अड़ी रही।