भिलाई । छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने फील्ड के स्वास्थ्य कर्मियों को हो रही कठिनाइयों के समाधान करने की मांग छत्तीसगढ़ शासन से उठाई है। संघ के प्रांताध्यक्ष आलोक मिश्रा व प्रदेश महामंत्री सैय्यद असलम ने मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं ऋतुराज रघुवंशी और मिशन संचालक स्वास्थ्य सेवाएं जगदीश सोनकर को भेजे विस्तृत ज्ञापन में बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के लिए लक्ष्य दिया जाता है। वर्तमान समय में कार्य के रिपोर्ट व रिकार्ड तत्काल ऑनलाइन करना होता है।
इसमें अक्सर विभाग द्वारा बनाए गए ऐप हैक ओर सिंक हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि आयुष्मान कार्ड बनाने, सिकलिंग जांच,एन सी डी स्क्रीनिंग रक्तचाप, ब्लड शुगर, ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग, सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग,मुख स्वास्थ्य कैंसर कार्यक्रम सहित एएनसी पीएनसी ऑनलाइन पोर्टल एंट्री आई एच आई पी प्रतिदिन एंट्री सहित राष्ट्रीय टीकाकरण,युविन एप अन्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम की एंट्री रहती है अधिकांश एप में तकनीकी कठिनाई हो रही है।
नेटवर्क समस्या, विभाग द्वारा प्रदत्त टेबलेट का खराब होना,एरर आना इसके साथ विभाग द्वारा ऑनलाइन मोबाइल एंट्री का नेटवर्क कनेक्टिविटी राशि नहीं मिलने के साथ इन कार्यक्रमों की प्रोत्साहन राशि भी समय नहीं मिलने जैसी समस्या बनी हुई है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ समय-समय पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम सुचारू संचालन के लिए विभाग को सुझाव देकर कर्मचारियों की समस्याओं का निदान हेतु प्रयास करता है। प्रांताध्यक्ष आलोक मिश्रा व प्रदेश महामंत्री सैय्यद असलम ने कहा कि विभाग में राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम की एप व वेबसाइट तकनीकी स्वरूप बनाने वाली प्राइवेट एजेंसी को तकनीकी सुधार करना चाहिए।
उन्होंने मांग की कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम में पूर्ण भागीदारी करने वाले ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजिका व संयोजक सुपरवाइजर एल एच व्ही बी ईटीओ को प्रोत्साहन राशि में सम्मिलित किया जाना चाहिए, जिससे फील्ड के कर्मचारियों को अपने कार्य करने में सुविधा हो। संघ ने मांग की है कि फील्ड के स्वास्थ्य कर्मियों, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजिका व संयोजक, शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम की एएनएम व एम पी डब्लू और स्वास्थ्य सुपरवाइजर व एल एच व्ही,बी ईटीओ को मोबाइल,टैब और लैपटॉप प्रदान किया जाए, प्रति माह नेटवर्क कनेक्शन,वाई फाई सुविधा हेतु एक निर्धारित राशि दी जाए एंव तकनीकी त्रुटियां सुधार करने व्यवस्था की जाए।
उक्ताशय की मांग करने वालों में उप प्रांताध्यक्ष प्रमेश पाल, तुफान अली, सबीना मंसूरी,एस पी देवांगन, भूपेंद्र राय,अजय परिहार, अनिल पांडेय, मदन साहू बीईटीओ प्रकोष्ठ के प्रांतीय संयोजक बी एल वर्मा, जिला अध्यक्ष सत्येंद्र गुप्ता, लक्ष्मी कांत घोंटें, खिलावन चंद्राकर सुपरवाइजर प्रकोष्ठ के प्रांतीय संयोजक महेन्द्र सिंह,एल एच व्ही प्रकोष्ठ की आर विश्वास, एन सी डी प्रकोष्ठ की धनेश्वरी साहू, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजिका प्रकोष्ठ विभा सहाय, विक्रम रामटेके, रमेश कुमार सोनबोइर,के पी साहू,धनेश प्रताप सिंह, श्यामा प्रसाद, एम पंडैया,जी मोहन राव ,एम राम चंद्र मूर्ति, संजय सिंह ,उतम मधुकर,आर के बंजारे, प्रेमराज कुमारी,जे आर मार्कंडेय,के के वर्मा, चंद्रकांता साहू चित्ररेखा देवांगन, श्रीमती डी सिंहा,आर एस शांडिल्य, श्रीमती ए देशलहरे और सुरेखा राठौर शामिल हैं।