लंदन । मैनचेस्टर यूनाइटेड के स्ट्राइकर क्रिस्टियानो रोनाल्डो 36 साल की उम्र में भी फिटनेस के मामले में कोई लापरवाही नहीं करते हैं।वहां पने खेल के शीर्ष पर बने रहने के लिए सबसे ज्यादा जोर फिटनेस पर ही देते हैं और इसके लिए हर कीमत चुकाने को तैयार रहते हैं।इसकी एक बानगी हाल ही सामने आई। जब उन्होंने अपनी चोट से उबरने के लिए इटली से 50 हजार पाउंड (करीब 51 लाख रुपए) का खास आइस बाथ चैम्बर मंगा लिया। यह टब मामूली नहीं है।इसमें कायरोथेरेपी के लिए खास चैम्बर बने हैं, जिसमें बैठने से खिलाड़ी की मांसपेशियों में लगी चोट जल्दी ठीक होती है।
कायरोथेरेपी का मतलब ‘कोल्ड थेरेपी’ होता है। यह एक ऐसी तकनीक है, जिसमें शरीर
कुछ मिनटों तक काफी कम तापमान के संपर्क में रहता है। रिपोर्ट के मुताबिक, रोनाल्डो
ने यह कायरोथेरेपी चैम्बर इटली से इंग्लैंड मंगाया है।जहां वहां अभी मैनचेस्टर यूनाइटेड के लिए प्रीमियर में खेल रहे हैं। रोनाल्डो ने इस आइस बाथ टब को इसलिए लाखों रुपए खर्च करके इंग्लैंड मंगाया गया।ताकि प्रीमियर लीग के दौरान चोट लगने की सूरत में वहां तेजी से रिकवर हो सके। इस आइस बाथ टब की यह खूबी है कि इसमें तापमान -200 डिग्री तक
चला जाता है, जो मानव
ऊतकों के उपचार और पुनर्वास में मदद करता है।
पूरे शरीर के उपचार के लिए, रोनाल्डो
को शरीर के आकार के कैप्सूल के भीतर जाने से पहले बेसबॉल के खिलाड़ियों जैसी किट पहनाई जाएगी। इस चैम्बर में शरीर के आकार का एक कैप्सूल होता है। इसके भीतर जाते ही कैप्सूल के आस-पास लिक्विड नाइट्रोजन को पंप किया जाता है। ताकि रोनाल्डो के शरीर को एक निश्चित तापमान तक ठंडा किया जा सके। इस कैप्सूल के भीतर कोई भी शख्स अधिकतम 5 मिनट ही
बिता सकता है।क्योंकि इससे अधिक देर तक रूकने की सूरत में स्वास्थ्य को गंभीर खतरा हो सकता है।
थेरेपी की वकालत करने वाले विशेषज्ञों का मानना है कि इसके जरिए शरीर में खून का संचार बेहतर हो जाता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है।थेरेपी की मदद से काफी जल्दी थकान दूर होती और चोट की रिकवरी भी तेज होती है।इसलिए प्रोफेशनल खिलाड़ी इसका इस्तेमाल करते हैं। रोनाल्डो 2013 से इस थेरेपी का इस्तेमाल कर रहे हैं।जब वहां स्पेनिश फुटबॉल क्लब रियाल मैड्रिड के लिए खेलते थे। उनके अलावा मैनचेस्टर यूनाइटेड में उनके साथी खिलाड़ी मार्कस रैशफोर्ड और उनके पूर्व साथी गेरेथ बेल भी अपने चोट से उबरन के लिए कर चुके हैं।