बिलासपुर । वर्तमान में वंदना हॉस्पिटल के संचालक विजय कुर्रे और राजेश्वरी उद्देश्य की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है.. बीते दिन डॉक्टर चंद्रशेखर उइके के मरीजों को भगाने के मामले के बाद अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई जांच में डॉ विजय कुर्रे और उनकी टीम फंसती नजर आ रही है क्योंकि हॉस्पिटल के खिलाफ भवन मालिक की जो शिकायत थी
वह सही होती नजर आ रही है दरअसल बीते दिन मरीजों को भगाने और मरीजों को हो रही दिक्कतों की खबर लगने के बाद उसका असर होता दिखाई दे रहा है क्योंकि बड़ी संख्या में आज स्वास्थ्य विभाग की टीम वंदना हॉस्पिटल पहुंचे हुई थी जहां मौके पर डॉ विजय कुर्रे और डॉक्टर राजेश्वरी उद्देश्य के प्रति मौके पर मौजूद थे।
बताया जा रहा है कि संजय जैन द्वारा मरीजों की स्थिति को लेकर बिलासपुर कलेक्टर को विगत 17 मार्च को शिकायत दी गई थी जिसके बाद कलेक्टर से जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग में पत्र भेजा गया था इसी के आधार पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा नोटिस जारी कर इस संबंध में डॉ विजय कुर्रे से जवाब मांगा गया था और उन्हें जवाब के लिए 1 सप्ताह का समय भी दिया गया था लेकिन लगातार विवाद में घिरते जा रहे।
डॉ विजय कुर्रे द्वारा स्वास्थ्य विभाग के नोटिस को मजाक में लेते हुए जवाब नहीं दिया गया जिसके बाद बीते दिन के खबर और संजय जैन की शिकायत के आधार पर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी टीम आज वंदना हॉस्पिटल मौके पर पहुंची हुई थी.. लेकिन इस दौरान भी जो भर्राशाही देखने को मिली वह भी डॉ विजय कुर्रे और उनकी टीम के लिए दिक्कतें खड़ी करती नजर आ रही है.. दरअसल स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जांच के दौरान पूछा गया कि.. हॉस्पिटल में कितने गेट हैं तो विजय कुर्रे ने पहले टीम को कह दिया
कि 2 दरवाजे हैं लेकिन मौके पर एक दरवाजे में ताला लगा हुआ है इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम जैसे ही मौके पर पहुंची थी तो वहां अंदर जाने वाले गेट पर कोई भी गार्ड नहीं खड़ा हुआ था और ना ही कोई आपातकालीन सेवा के लिए अटेंडर मौके पर मौजूद था बल्कि आवारा कुत्ते गेट में सोए हुए थे जिसकी तस्वीर में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा ली गई है.. स्वास्थ्य विभाग द्वारा कई महीने पहले ही शहर के सभी अस्पतालों को नोटिस जारी कर फायर ऑडिट जमा करने के लिए कहा गया था लेकिन वंदना हॉस्पिटल का फायर ऑडिट अभी तक जमा नहीं हुआ है।
बल्कि इसकी आड़ में विजय कुर्रे गोलमोल जवाब देकर बचने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं.. बीएमडब्ल्यू आधी अधूरी जानकारी के साथ विजय कुर्रे ने स्वास्थ्य विभाग को मुहैया कराई, तमाम तरह की दिक्कतों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बिंदुवार जांच की है।
जांच के लिए पहुंचे नर्सिंग होम एक्ट के नोडल अधिकारी डॉ. अनिल श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि.. वंदना अस्पताल के संचालक विजय कुर्रे को स्वास्थ्य विभाग द्वारा नोटिस जारी किया गया था और 1 सप्ताह के भीतर जानकारी मांगी गई थी, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया इसलिए स्वास्थ्य विभाग की टीम आज बिंदुवार जांच के लिए पहुंची हुई है और इसकी रिपोर्ट तैयार कर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सौंपी जाएगी जिसके बाद आगे की कार्रवाई उनके द्वारा की जाएगी।