दोस्तो जरा सोचिए कि अगर आप दंतेवाड़ा के निवासी है ,और आप रायपुर आते है ,आप किसी को यहां पर जानते नही है ,अचानक आपको मेडीकल इमेरजेंसी आती है आपको कुछ समझ नही आ रहा है कि आप किसे बुलाये लेकिन आपको कोई ऐसा इमरजेंसी नम्बर बताया जाए ,जिसमे काल करने पर एम्बुलेंस आपके सामने 10 मिनट में खड़ी हो ,और आपकी समस्या का समाधान हो जाये। आप किसी मुसीबत में हो आपको समझ नही आ रहा है कि किससे मदद मांगे आप 112 डायल कर सकते है ।।
छत्तीगढ़ राज्य में 04 सितंबर 2018 को डायल 112 सेवा की शुरुवात की गयी जिसके अंतर्गत पुलिस, फायर, मेडिकल संबंधी आपात कालीन सेवा पीड़ित या कॉलर को प्रदान की जाती है ।इसका संचालन राज्य के रायपुर, दुर्ग, महासमुंद, राजनंदगांव, कबीरधाम, बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर चाम्पा, रायगढ़, सरगुजा, और जगदलपुर जिलों में किया जा रहा है, इसमें कुल 352 चारपहिया वाहन, 52 दोपहिया वाहन में 24 घंटे पुलिस के जवान ड्यूटी पर तैनात रहते हैं
इसका नियंत्रण कक्ष रायपुर में है जिसे सी 4 कहा जाता है caller का काल करने बाद से शहरी क्षेत्रों में 10 मिनट मे और देहात में 30 मिनट में मौके पर पुलिस वाहन सहित पहुँच कर आपात कालीन सेवा में तत्पर रहते है
10 अन्य जिलो मे सेवा को विस्तार दिया गया है जिसमे बलोद सूरजपुर, धमतरी, मुंगेली, गरियाबंद, जशपुर, बलरामपुर, कोरिया, बेमेतरा, बलोदा बाज़ार में भी सेवा दी जा रही है!
आपातकालीन स्थितियो में लोगों तक सुरक्षा पहुंचाने की यह प्रणाली अमेरिका यूरोप के देशों में उपलब्ध है। 112 नम्बर डायल करने पर जी पी एस प्रणाली के माध्यम से शहरी क्षेत्रों में दस मिनट एवं ग्रामीण क्षेत्रो में 30 मिनट में जरूरत मंद व्यक्ति तक सहायता पहुचाई जाएगी।
112 डायल के शुरू होने से पहले बहुत सारे इमरजेंसी नम्बर थे जैसे ,पुलिस 100, स्वास्थ्य सेवाओ के लिए 108 ,जैसे फायर ब्रिगेड के लिए अलग अलग नम्बर याद रखने पड़ते थे ,लेकिन अब आपको केवल 112 याद रखना है।
इमरजेंसी चाहे वह पुलिस की हो,इमरजेंसी चाहे वह फायर की हो इमरजेंसी चाहे वह स्वास्थ्य की हो , एक्के नम्बर सबो बर डायल 112