बालोद। देश के प्रत्येक गरीब एवं जरूरतमंद परिवारों को सुरक्षित एवं पक्का आवास प्रदान करने हेतु प्रारंभ की गई प्रधानमंत्री आवास योजना आवासहीन अनेक परिवारों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इस योजना के फलस्वरूप अनेक आवासहीन परिवार जिनके लिए घोर गरीबी एवं विकट परिस्थितियों के कारण अपने लिए सुरक्षित आवास का निर्माण करना केवल सपना जैसा था। यह योजना ऐसे जरूरतमंद परिवारों को बेहतर आवास प्रदान कर उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने के साथ-साथ उनके सपने को पंख देने का कार्य किया है। केन्द्र सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना के फलस्वरूप जिले के आदिवासी बाहुल्य डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के सुदूर वनांचल के ग्राम बंजारी के 30 वर्षीय गरीब विधवा महिला कुंती बाई का अपने लिए सुरक्षित आशियाना बनाने का सपना साकार हुआ है। इस योजना की सराहना करते हुए कुंती बाई ने बताया कि अपने पति की आकस्मिक मृत्यु एवं घोर गरीबी के चलते उनके लिए पक्का घर का निर्माण कर पाना केवल कोरी कल्पना जैसी थी। उन्होंने बताया कि पक्का घर के निर्माण करने का सामथ्र्य नही होने के कारण वे अपने दो छोटे बच्चों के साथ पुराने मिट्टी के खपरैल वाले मकान में ही रहने के लिए विवश थीं। जहाँ पर निवास करने में उन्हें एवं उनके परिवार को बहुत सारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता था। बारिश के दिनों में खपरैल वाले मकान में पानी भी टपकने जैसे अनेक प्रकार की परेशानियां होती थी। लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के फलस्वरूप उनके नए घर के निर्माण होने से उनके एवं उनके परिवार के लिए सुरक्षित आवास बनाने का सपना साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि उनके लिए सुरक्षित पक्का आवास का निर्माण करना किसी बड़े सपने का साकार होने जैसा है। आज वे इस आवास में अपने दोनो बच्चों के साथ निश्चिंत होकर सुखमय जीवन यापन कर रही हैं। कुंती बाई ने प्रधानमंत्री आवास योजना के फलस्वरूप उन्हें एवं उनके नन्हें-मुन्हें बच्चों के लिए सुरक्षित आशियाना मिलने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति विनम्र आभार व्यक्त करते हुए हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया है। उन्होेंने कहा कि यह योजना उनके जैसे अनेक गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के लिए किसी वरदान से कम नही है।