कई डॉक्टरों ने शेयर किए ऐसे शॉकिंग अनुभव
एक और डॉक्टर ने अपने कॉलेज के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि स्टूडेंट के तौर पर हम पुरुष डॉक्टरों के आसपास खड़े रहते थे जो जवान औरतों को अपने कपड़े उतारने के लिए कहते थे। वो हमें 'स्तन की जांच' करना सिखाते थे। महिलाओं को उनकी मर्जी के बिना और अनावश्यक रूप से छुआ जाता था। फोरम फॉर मेडिकल एथिक्स सोसाइटी की सुनीता शील बंदेवार ने कहा, 'जो सीनियर्स इस तरह के घिनौने रैगिंग में शामिल होते हैं, वे अपने कार्यक्षेत्र में महिला सहयोगियों के लिए खतरा हो सकते हैं।'