कोरबा कोरबा जिले के जंगलों में अनेक स्थानों पर आग लगी हुई है, जिसे बुझाने के लिए वन विभाग द्वारा विशेष टीम बनाई गई है जो जंगलों में जाकर वहां वन संपदा की निगरानी कर रही है और आग लगने पर उसे तत्काल बुझाने का प्रयास कर रही है।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वन कर्मियों की हड़ताल के कारण जंगल की सुरक्षा वन्य जीवों की निगरानी तथा अन्य कार्यों में दिक्कतें जरूर आ रही है लेकिन इन दिक्कतों को दूर करने के लिए ग्रामीणों एवं वन समितियों का सहारा लिया जा रहा है। ग्रामीण तथा वन समिति के सदस्य जंगली जानवरों के क्षेत्र में पहुंचने पर तत्काल इसकी सूचना अफसरों को दे रहे हैं जिस पर वन विभाग के अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचते हैं और ग्रामीणों की मदद से जंगली जानवरों को वापस जंगल की ओर खदेड़ते हैं। जंगल में आग लगने की सूचना भी ग्रामीणों द्वारा दी जाती है।
कोरबा जिले के वनमंडल कटघोरा में हाथियों का दल लगातार विचरण कर रहा है। अब तक यह दल डिविजन के केंदई रेंज अंतर्गत कोरबी सर्किल में था लेकिन बीती रात हाथियों का दल दो गुटों में बंट गया और डेढ़ दर्जन हाथी झुंड से अलग होकर पसान रेंज की ओर चले गए। हाथियों के पसान क्षेत्र में पहुंचने पर वहां अधिकारी सतर्क हो गए हैं और ग्रामीणों को सूचना देने के साथ ही हाथियों की निगरानी में ग्रामीणों तथा वन समिति के सदस्यों को लगाकर हाथी की गतिविधि की जानकारी देने को कह रहे हैं।
इस बीच वन कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रही। उनके द्वारा वेतन विसंगति दूर करने के साथ ही अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। सरकार को समझाने के लिए हड़ताली कर्मियों द्वारा तरह-तरह के उपाय अपनाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में वन कर्मियों ने पक्षियों के लिए दाना-पानी डालकर यह संदेश देने का प्रयास किया कि वे भले ही ड्यूटी नहीं कर रहे हैं लेकिन जिम्मेदारी के निर्वहन को तत्पर हैं।