ऐसे हुआ मामले का खुलासा
सहार पुलिस ने कॉलर के बताए गए अंधेरी के पते पर जांच की तो पता चला कि महिला बहुत पहले ही वहां से शिफ्ट हो चुकी है। पुलिस ने महिला से संपर्क किया तो पता चला कि वह एक 60 वर्षीय महिला है और उसने कभी कोई फ्लाइट टिकट बुक ही नहीं करवाई थी। पुलिस को शक है कि कॉल करने वाला महिला का भतीजा है और पारिवारिक विवाद के चलते उसने यह झूठी अफवाह फैलाई होगी।
यह 14 से 25 अक्टूबर के बीच सहार पुलिस स्टेशन में दर्ज बम की धमकियों से जुड़ी तेरहवीं FIR है। पुलिस 13 में से सिर्फ एक मामले को सुलझा पाई है, जिसमें छत्तीसगढ़ के एक 17 वर्षीय छात्र को 13 अक्टूबर को ट्विटर पर धमकी पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।