कोरबा साइबर अपराध को रोकने के लिए कोरबा पुलिस के द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। बावजूद इसके शिक्षित लोग भी लगातार ऑनलाइन ठगी के शिकार हो रहे हैं। पिछले एक पखवाड़े के भीतर हरदी बाजार क्षेत्र के तीन ग्रामीण ऑनलाइन ठगी के शिकार हो गए। अननोन कॉलर के झांसे में आकर हजारों रुपए गवाने वाले तीन ग्रामीण अब पुलिस की शरण में हैं।
स्मार्टफोन के जरिए भले ही लोगों के सारे काम आसानी से हो रहे हैं वहीं उतनी आसानी से लोग अपराध के शिकार भी हो रहे हैं। ऐसा अपराध जिससे जागरूक होकर ही बचा जा सकता है। जब से स्मार्टफोन का चलन शुरू हुआ है, साइबर क्राइम भी तेजी से बड़ा है। अननोन कॉलर की चिकनी चुपड़ी में आकर लोग अपना पर्सनल डिटेल ठगराज के हवाले कर देते हैं और चंद मिनटों में ही उनका अकाउंट खाली हो जाता है।
ऐसे ही ऑनलाइन ठगी का मामला हरदी बाजार क्षेत्र में आया है। मिलो दूर बैठे साइबर के उस्तादो ने 15 दिन के भीतर इलाके के 3 लोगों को अपना शिकार बना लिया। तीनों ग्रामीणों से एक ही अंदाज में ठगी हुई है। बताया जा रहा है कि बैंक में आधार लिंक और केवायेसी करने के नाम पर बैंक कर्मी बनकर अज्ञात युवक ने काल किया। इस बात से बेखबर कि कॉलर ऑनलाइन ठागराज है पीड़ितो ने पूरा बैंक डिटेल उनके हवाले कर दिया। चंद मिनटों में खाते से रकम गायब हो गया। पीड़ितो ने मामले की शिकायत हरदीबाजार थाने में की गई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
* थाना प्रभारी ने सतर्क रहने की अपील
कोरबा जिले के विभिन्न थाना/चौकियों में ऑनलाइन ठगी के अनगिनत मामले दर्ज है। ऐसे अपराधों से लोगो को बचाने पुलिस विशेष तौर पर जागरूकता अभियान चला रही है लेकिन लोग चंद पैसे की लालच में पुलिस की समझाइश को दरकिनार कर देते हैं। हरदीबाजार थाना प्रभारी अभय सिंह बेस लगातार इलाके के लोगो को साइबर अपराध से बचने जागरूक करने में लगे हुए हैं। पिछले दिनों अभय सिंह ने क्षेत्र के लोगो की बैठक लेकर साइबर क्राइम के प्रकार और उससे बचने के उपाय बताए। उन्होंने बताया कि कभी भी बैंक द्वारा फोन पर किसी भी वजह से खातेदार का पर्सनल डिटेल नही मांगा जाता। सतर्क रहकर ही ऑनलाइन ठगी से बचा जा सकता है। उन्होंने लोगो से सतर्क रहने की अपील की हैं।