कोरबा साउथ इस्टर्न कोलफील्डस लिमिटेड कोरबा क्षेत्र के अंतर्गत सुराकछार व बलगी उपक्षेत्र से संबंधित नागरिक सुविधाओं से जुड़े कार्यों को प्रबंधन सीधे तौर पर नहीं करेगा। इसे कांट्रेक्ट पर कराने की व्यवस्था की गई है। इस महीने से इसे प्रभावसील कर दिया गया है। 2.70 करोड़ की राशि इस पर खर्च की जाएगी।
अलग-अलग कारणों से कार्पोरेट सेक्टर ने कामकाज के तौर तरीके बदलने तय कर लिए है। कई तरह की चुनौतियों और झंझट से बचने के लिए नए फार्मूले पर अमल किया जा रहा है। इसी के अंतर्गत एसईसीएल ने कोयला खदानों में ओव्हर बर्डन हटाने के बाद अब रिहायसी क्षेत्रों में कई कार्यों को कांट्रेक्ट बेसिस पर कराना सुनिश्चित किया है। खबर के अनुसार कोरबा क्षेत्र से ऐसे कार्यों की शुरूआत की गई है। बांकीमोंगरा, सुराकछार और बलगी उपक्षेत्र में एसईसीएल कर्मियों की कालोनियों में सभी तरह की बुनियादी सुविधा और अन्य कार्यों का संपादन नई व्यवस्था से कराया जाएगा। 1 नवंबर से ही इसे एक्टिव मोड में शामिल कर लिया गया है। संबंधित क्षेत्र के एक कांट्रेक्टर को यह काम दिया गया है। यह बात अलग है कि विधिवत रूप से इसका वर्कआर्डर अभी जारी नहीं किया गया है। सूत्रों के अनुसार पानी आपूर्ति, साफ-सफाई और बिजली के रख रखाव से संबंधित व्यवस्थाएं नवीन प्रणाली से क्रियान्वित होंगी। एक वर्ष तक के लिए इस तरह का काम शुरूआती तौर पर कराया जाना है। ऐसे कार्यों के लिए मेन पॉवर को रखने से लेकर उसे भुगतान देने की जिम्मेदारी एजेंसी की होगी। संबंधित को तय करना होगा कि वह पैरामीटर के साथ अपने कामकाज को करे और एसईसीएल के इन इलाकों में रहने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के क्षेत्र में सुविधा उपलब्ध कराये।
*प्रबंधन को होगा काफी फायदा
इससे पहले तक बुनियादी मसलों को एसईसीएल प्रबंधन अपने स्तर पर देख रहा था। इसके लिए उसने अपने मेन पावर डिप्लाईड कर रखे थे। इसके एवज में समय नियोजन के साथ और भी मामले सामने होते थे। माना जा रहा है कि अब संबंंधित सेवाओं से जुड़े कर्मियों की सेवाएं कही और ट्रासंफर की जाएंगी और उन्हें और ज्यादा उत्तरदायी बनाया जाएगा। जबकि कांट्रेक्ट पर दिए गए कार्यों का निष्पादन निजी हाथों से कराया जाएगा। माना यह भी जा रहा है कि दूसरे क्षेत्रों में परिमाण और परिणाम के स्तर पर जो तस्वीर बनी है, वैसा ही कुछ एसईसीएल देखने के मूड में है। ऐसे में उसे काफी फायदा हो सकता है।