भोपाल । मध्यप्रदेश में दिवाली पर ब्लैक आउट हो सकता है। प्रदेश के 70 हजार बिजली कर्मचारी एक नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। बिजली कर्मचारी संगठन ने हड़ताल का ऐलान कर दिया है। बिजली कर्मचारी डीए और वेतन वृद्धि की मांग कर रहे हैं।
प्रदेश में बिजली विभाग में 29 हजार नियमित कर्मचारी, 6 हजार संविदा कर्मचारी और 35 हजार आउट सोर्स कर्मचारी हैं। कर्मचारियों में डीए और वेतनवृद्धि का अब तक आदेश नहीं होने से नाराजगी है। बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों को भी बोनस और दिवाली के पहले वेतन देने की मांग की जा रही है। बिजली कर्मचारियों ने अपनी मांग को लेकर सभी जिलों के कलेक्टर को ज्ञापन दिया है।
मंत्री के भरोसे पर कंपनियों ने नहीं लिया एक्शन
मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एंप्लॉय एवं इंजीनियर विद्युत अधिकारी कर्मचारियों के संयुक्त संगठन के प्रदेश संयोजक वी के एस परिहार ने कहा ऊर्जा मंत्री को पत्र लिखकर पिछली बैठकों में दिए गए उनके आश्वासन की याद दिलाई थी। वेतन वृद्धि तत्काल देने के साथ बकाया राशि के भुगतान का अनुरोध किया था। इस पर ऊर्जा मंत्री ने भरोसा दिया कि इन मुद्दों पर कार्रवाई की जाएगी। बिजली वितरण कंपनियों ने इस दिशा में अभी तक कोई पहल नहीं की है।
ये है कर्मचारियों की मांग
राज्य सरकार ने कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 8 फीसदी बढ़ा दिया है। लेकिन विद्युत कंपनियों ने डीए और स्थगित वेतन वृद्धि की बकाया राशि के भुगतान के संबंध में आदेश जारी नहीं किए। फोरम ने संविदा अधिकारियों, कर्मचारियों की वेतनवृद्धि और डीए लगाने की मांग की है। साथ ही आउटसोर्स कर्मियों के बोनस के भुगतान के साथ उनका माह अक्टूबर का वेतन भी दीपावली से पहले देने की मांग की है। फोरम ने चेतावनी दी है कि यदि 31 अक्टूबर तक मांगों का निपटारा नहीं होता है तो एक नवंबर से सभी बिजली अधिकारी-कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। हड़ताल से बिजली सेवाएं प्रभावित होंगी और दीपावली के समय ब्लैकआउट भी हो सकता है।