बिलाईगढ़। करोड़ो रुपए की लागत से निर्मित विद्या के मंदिर ने चंद महीनों में ही भ्रष्टाचार की पोल खोल दी। जिम्मेदार ठेकेदार और पीडब्लूडी विभाग की लापरवाही सरकारी सिस्टम को ठेंगा दिखा रहीं है। इसका खामियाजा अब वहाँ पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ेगा।
दरसल हम बात कर रहें हैं नवीन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बेलटिकरी की। जहाँ कक्षा 9वी से लेकर 12 वी के लगभग चार सौ से भी अधिक छात्र-छात्राएँ अपनी किस्मत गढ़ेंगे। इस विद्यालय की हालात देखकर सरकारी सिस्टम पर सवाल खड़ा होना लाजमी हो गया हैं।
विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य शुशील कुमार गुप्ता की मानें तो 3-4 महीने पहले ही पी डब्लू डी विभाग और ठेकेदार द्वारा उन्हें एक करोड़ 22 लाख 16 हजार रुपये की लागत से तैयार विद्यालय भवन हैंड ओवर किया गया हैं। जो अब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। विद्यालय के दीवारों पर हुई बड़ी-बड़ी दरारे, टाईल्स के टूटी हुई फर्श, छत से टपकते व रिसते पानी सहित मिट्टी और रेत मिक्स से की गई छत की ढ़लाई चीख-चीखकर भ्रष्टाचार को उजागर कर रही हैं। अगर पूरे भवन निर्माण की गुणवत्ता की जाँच की जाए तो ठेकेदार की लायसेंस भी रद्द हो सकता हैं।
वही एक ओर पीडब्लूडी विभाग के एसडीओ आर के बंछोर अपनी टीम के साथ बेलटिकरी पहुँची, जहां पूरे विद्यालय भवन का निरीक्षण कर जायजा लिया और सम्बन्धित निर्माण एजेंसी को तत्काल सुधार करने निर्देश दिया। हालाँकि निरीक्षण के दौरान कवरेज करने गये हमारी मीडिया टीम ने जब लापरवाह ठेकेदार पर कार्रवाई को लेकर जवाब मांगा तो उनके द्वारा ठेकेदार को ही बचाते नजर आया और कहाकि ठेकेदार की लापरवाही तो नहीं कह सकते..लेकिन लापरवाही जरूर हुई हैं। अब ऐसे में जिम्मेदार अधिकारियों से न्याय की क्या उम्मीद रखी जा सकती है।