क्या बोला तालिबान
यह मीटिंग बेहद खास रही, क्योंकि इस दौरान भारत की ओर से एक महिला डिप्लोमैट भी मौजूद रहीं। अफगानिस्तान ने मीटिंग के बाद बयान जारी किया। इस बयान में उसने कहा, 'जेपी सिंह ने कहा कि भारत और अफगानिस्तान के ऐतिहासिक संबंध हैं और उन्होंने भारत की ओर से मिलने वाली मदद के बारे में बताया। इसके अलावा उन्होंने समग्र सुरक्षा, स्थिरता सुनिश्चित करने, नशीले पदार्थों को रोकने, आईएसकेपी और देश में भ्रष्टाचार से लड़ने में इस्लामिक अमीरात अफगानिस्तान (IEA) के प्रयासों की सराहना की।' तालिबान ने आगे कहा कि भारत ईरान के चाबहार बंदरगाह के जरिए व्यापार बढ़ाने में रुचि रखता है।इस दौरान तालिबानी विदेश मंत्री ने मानवीय सहायता के लिए भारत का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हमारी संतुलित विदेश नीति के अनुरूप IEA भारत के साथ राजनीतिक और आर्थिक संबंध मजबूत करना चाहता है। इसके अलावा उन्होंने भारत से अफगान व्यापारियों, मरीजों और छात्रों को वीजा देने का आग्रह किया।