कोरबा कोरबा शहर के मानिकपुर स्थित भारत गैस एजेंसी से जिला खाद्य विभाग ने 294 गैस सिलेंडर जब्त किये है। डिलिवरी के दौरान उपभोक्तओं को कम तौल के सिलेंडर देने की शिकायत पर विभाग ने कार्यवाही की है। खाद्य विभाग की ओर से नियमित निरीक्षण नहीं करने के कारण एजेंसी संचालकों में बिना तौल के सिलेंडर देने का मनोबल बढ़ गया है। उपभोक्ताओं की शिकायत के बाद अब विभाग में जागरूकता आई है।
गैस सिलेंडर डिलीवरी के नाम पर दोहरा खेल चल रहा है। उपभोक्ताओं को सुविधा का सब्जबाग दिखाकर बिना तौले सिलेंडर दिया जा रहा है। नियमानुसार डिलीवरी समय वाहन तौल यंत्र का होना आवश्यक है, ताकि उपभोक्ता द्वारा तौल की मांग किए जाने उन्हे संतुष्ट किया जा सके। जिले भर में अलग-अगल स्थानों में 20 से भी अधिक गैस एजेसिंया संचालित हैं। भारत गैस एजेंसी से जब्त किए किए गए सिलेंडर में दो से ढाई किलो की कमी पाई गई है। एजेंसी में तौल यंत्र नहीं रखा जाता है। सिलेंडर लिए पहुंचने वाले उपभोक्ताओं की ओर से तौल की मांग किए जाने पर यंत्र को सुधार के लिए देने का बहाना बना कर टाल दिया जाता है। डिलीवरी के लिए पहुंचने के दौरान भी यही बहाना बनाया जाता है। शहर के बजाए ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों से कम तौल की अधिक ठगी की जा रही थी।
घर पहुंच गैस सिलेंडर सुविधा लेने वाले उपभोक्ताओं को तौल के साथ सिलेंडर पाने का अधिकार है। इसी तरह प्लांट से सिलेंडर लोड करने के पहले तौलने का नियम है। इसी तरह गोदाम में उतारे जाने के दौरान भी तौल का प्रावधान है। सिलेंडर का वजन कराने में अक्सर लोग संकोच करते हैं। इसी का लाभ उठाकर डिलीवरी करने वाले कम तौल का सिलेंडर थमाने में पीछे नहीं रहते।