वॉशिंगटन: भारत में मंगलवार को लोकसभा चुनावों का परिणाम घोषित होगा। भारत में फिर पीएम मोदी सत्ता में आएंगे या विपक्षी गठबंधन की सरकार बनेगी, इसपर पूरी दुनिया की नजर है। भारतीय चुनावों को लेकर दुनिया भर की मीडियामें लेख प्रकाशित किए जा रहे हैं। CNN ने अपनी एक खबर में लिखा, 'छह सप्ताह से ज्यादा समय तक मतदान हुआ, करोड़ों वोट पड़े और अरबों डॉलर खर्च हुए। भारत मंगलवार को एक विशाल राष्ट्रव्यापी चुनाव के बाद एक नए नेता की घोषणा करेगा। चुनाव पीएम मोदी के नेतृत्व के पिछले दशक पर जनमत संग्रह बन गया है।'
लेख में आगे पीएम मोदी की जीत की संभावनाओं पर चिंता जताई गई। इसने लिखा, 'उनकी दक्षिपंथी भारतीय जनता पार्टी लोकसभा में सर्वोच्च बहुमत मांग रही है। एक लक्ष्य जो सफल होने पर उन्हें अपने हिंदू-राष्ट्रवादी एजेंडे को और मजबूत करने के लिए एक अजेय जनादेश देगा, जिससे भारत धर्मनिरपेक्ष बुनियादों से दूर हटेगा।' इसने आगे लिखा, 'एशिया में भारत की रणनीतिक स्थिति और इसकी बढ़ती अर्थव्यवस्था को देखते हुए, चुनाव परिणाम इसकी सीमाओं से दूर तक दिखेंगे, विशेष रूप से अमेरिका, रूस और चीन का ध्यान आकर्षित करेंगे।'
क्या बोला अल जजीरा
एग्जिट पोल में पीएम मोदी की तीसरी बार सरकार बनती दिख रही है। अल जजीरा ने अपने एक लेख में लिखा, 'अगर मंगलवार को चुनावी नतीजे एग्जिट पोल के हिसाब से आते हैं तो पीएम मोदी की पार्टी बीजेपी न केवल बढ़ती असमानता, रिकॉर्ड हाई बेरोजगारी और बढ़ती महंगाई के मुद्दों से बाहर निकल आएगी, बल्कि 2019 के चुनाव से बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। स्वतंत्र भारत में इससे पहले किसी भी पीएम ने लगातार तीन लोकसभा चुनाव हर बार बेहतर संख्या के साथ नहीं जीते।' रिपोर्ट में आगे कहा गया, 'कम से कम सात एग्जिट पोल में भविष्यवाणी की गई है कि बीजेपी और उसके सहयोगी लोकसभा की 543 में से 350-380 सीटें जीतेंगे।'
विपक्ष का क्या रहा मुद्दा
CNN ने अपनी रिपोर्ट में चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि 64 करोड़ से ज्यादा लोगों ने वोट डाला। देश का अधिकांश हिस्सा चिलचिलाती गर्मी में डूबा हुआ था, जिससे लोग बीमार हुए और दर्जनों लोगों की मौत हो गई। पीएम मोदी को इस लेख में एक विभाजनकारी नेता बताया गया। इसने लिखा, 'भारत के करिश्माई लेकिन विभाजनकारी नेता को सत्ता से हटाने की उम्मीद में दो दर्जन से ज्यादा पार्टियों का गठबंधन है, जिसमें देश की मुख्य विपक्षी भारतीय कांग्रेस भी शामिल है, जिसका तर्क है कि लोकतंत्र खतरे में हैं और वो असमानता को कम करने और लोकतांत्रिक संस्थाओं को बनाए रखने के लिए काम कर रही है।' इसी लेख में पीएम मोदी की आर्थिक नीतियों की तारीफ भी की गई। इसमें लिखा गया, 'मोदी के नेतृत्व में 1.4 अरब लोगों का देश टेक्नोलॉजी और अंतरिक्ष में प्रगति करते हुए दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था और एक आधुनिक वैश्विक शक्ति बन गया है। हालांकि इन सफलताओं के बावजूद गरीबी और युवा बेरोजगारी बनी हुई है। लोगों के बीच धन का अंतर बढ़ गया है।'