नई दिल्ली । भारत में अपने उत्पादों की श्रृंखला को मजबूत करते हुए अपोलो टायर्स लिमिटेड ने देश में यूरोपीय टायर ब्रांड व्रेडेस्टीन उतारा है। कंपनी का यह उत्पाद महंगी कारों तथा सुपरबाइक खंड की जरूरतों को पूरा करेगा। घरेलू टायर कंपनी की अगले दो साल में इस खंड में 30 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल करने की योजना है। व्रेडेस्टील श्रृंखला का उत्पादन स्थानीय स्तर पर शुरुआत में कंपनी के तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश संयंत्रों में किया जाएगा। कंपनी शुरुआत में इस ब्रांड की बिक्री ‘रिप्लेसमेंट’ बाजार में करेगी। बाद में कंपनी वैश्विक मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) के साथ अपने संबंधों के जरिये इस ब्रांड का मूल उपकरणों में प्रयोग कर सकती है।
इस मौके पर अपोलो टायर्स एशिया-प्रशांत, पश्चिम एशिया एवं अफ्रीका के अध्यक्ष सतीश शर्मा ने कहा, ‘‘व्रेडेस्टीन ब्रांड भारत में यात्री वाहन और दोपहिया खंड में हमारी पेशकश को मजबूत करेगा। टायरों के आयात पर अंकुशों की वजह से भी हम भारतीय बाजार में हाई-एंड कार और मोटरसाइकिलों के लिए व्रेडेस्टीन ब्रांड लाए हैं।’’ इस ब्रांड की बिक्री के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि डेढ़ से दो साल में हम इस खंड में 30 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल कर सकेंगे।’’