नई दिल्ली / एयू स्माल फाइनेंस बैंक का वित्तीय वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही के दौरान कर पश्चात लाभ गत वर्ष की समानावधि की तुलना में 48 प्रतिशत बढोतरी के साथ 177 करोड रुपये पर पहुंच गया है बैंक के निदेशक मंडल ने आज हुई अपनी बैठक में 30 जून 2020 समाप्त तिमाही के लिए अपने अनऑडिटेड वित्तीय परिणामो को स्वीकृति प्रदान की बैंक के एयू में 17 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
इस प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए श्री संजय अग्रवाल, एमडी एवं सीईओ, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने कहा, एयू बैंक लगातार सभी आयामों पर अच्छा प्रदर्शन कर रहा है जैसे डिपॉजिट में बढ़त, अधिक लिक्विडिटी बफर, एसेट क्वालिटी, डिजिटल बैंकिंग, समावेशित बैंकिंग, कस्टमर इंगेजमेंट और एप्म्लोयी सुरक्षा। प्रथम तिमाही में हमारा कर पश्चात लाभ 48' से बढ़ा है जबकि कास्ट और फण्ड लगातार कम हो रही है।
वित्तीय परिणामों के अनुसार, बैंक ने 1,181 करोड़ रुपये का वितरण किया। इसमें टी.एल.टी.आर.ओ. 2.0 के तहत 246 करोड़ शामिल है, विकास की धीमी गति के कारण परिचालन खर्च में वार्षिक आधार पर 6' और तिमाही आधार पर 30' का घटत दर्ज किया गया ।
मोराटोरियम एवं प्रोवीजनिंग पर जानकारी :30 जून 2020 तक ग्रॉस एडवांस पर हमारे 11' उधारकर्ताओं ने संपूर्ण मोराटोरियम लिया है।
एस.एम.ए. पूल, जो 29 फरवरी 2020 को 2,768 करोड़ रुपये था (298 करोड़ रुपये के प्रत्याभूत पोर्टफोलियो सहित), अब 30 जून 2020 तक घटकर 1,133 करोड़ रुपये (113 करोड़ रुपये के प्रत्याभूत पोर्टफोलियो सहित) पर आ गया है।
इस तिमाही के दौरान बैंक ने कोविड-19 के संभावित प्रभाव के लिए रुपये 140 करोड़ के अतिरिक्त प्रावधान सहित रुपये 181 करोड़ का प्रावधान किया। यह प्रावधान पिछली तिमाही में किये गए रुपये 138 करोड़ के कोविड-19 प्रावधान के अलावा है (सामान्य और एन.पी.ए.प्रोविजन्स को छोडक़र) ।
बैंक के पास अब कोविड-19 से संबंधित प्रावधानों के लिए रुपये 278 करोड़ हैं। इसमें हमारे टोटल ग्रॉस एडवांसेज का 91' प्रतिशत और संपूर्ण मोराटोरियम बुक का 910' शामिल है।
कलेक्शंन ट्रेंड : जून के महीने में फुल ईएमआइ रिकवरी सुधर कर 67' पर पहुँच गई जबकि यह अप्रैल के महीने में यह 53' थी। यह दर्शाता है कि हर गुजरते महीने के साथ ज्यािदा से ज्या दा ग्राहक मोराटोरियम का विकल्प अपना रहे हैं। सामान्य समय में औसतन 80' ग्राहक पूरी ई.एम.आइ. 5' ग्राहक आंशिक ई.एम.आइ. चुकाते हैं, इसलिए एक्टी्वेशन में अंतर सिर्फ 13' है जिसके जुलाई और अगस्त में और कम होने की संभावना है।
कुल मिलाकर, कलेक्शरन एफिशिएंसी अप्रैल के 54' से सुधर कर जून के महीने में 90' पर आ गयी, अपनी जमीनी रिपोर्ट के अनुसार, हमें जुलाई में और सुधार होने की आशा है। अप्रैल 2019 से फरवरी 2020 तक औसत मासिक कलेक्शीन एफिशिएंसी 9 98' रही।
ब्रांच बैंकिंग पर जानकारी : लॉकडाउन की शुरुआत से सभी शाखायें बिना किसी शटडाउन के काम कर रही थीं
रिटेल डिपॉजिट की हिस्सेदारी बढऩा जारी रही, वित्ता वर्ष ‘20 की चौथी तिमाही के 43' और वित्त वर्ष ‘20 की पहली तिमाही के 42' की तुलना में 45' पहुंच गई। इसमें कासा (करंट व् सेविंग्स अकाउंट) पर केंद्रित समर्पित वर्टिकल्सस और सभी बैंक कर्मचारियों के संयुक्त प्रयास का योगदान है।
मार्केट शेयर बढऩा-26 शाखायें 5' के मार्केट शेयर से उपर, 4 शाखायें 10' के मार्केट शेयर से उपर
सेविंग्स अकाउंट डिपॉजिट रिटेल डिपॉजिटर्स की बदौलत तिमाही दर तिमाही 14' बढ़ा
सेविंग्स अकाउंट डिपॉजिट में पहली तिमाही में 370 करोड़ रूपए तक की वृद्धि हुयी, जबकि पिछली चार तिमाहियों में इसमें 41 करोड़ रूपए की औसत वृद्धि हुई थी
कस्टमाइज्ड अप्रोच के साथ ‘अर्बन मार्केट बैंकिंग’ और ‘कोर मार्केट बैंकिंग’ का व्याहवसायिक नजरिया विकसित किया
कोर मार्केट बैंकिंग, उपनगरों एवं गांव के बाजारों को कवर करती है जहां बैंक 25 सालों की धरोहर का लाभ उठाएगा। अर्बन मार्केट बैंकिंग, मेट्रोपॉलिटन इलाकों को कवर करती है जहां ग्राहकों के प्रोफाइल आधारित पृथकीकरण के अलावा भी बढऩे का काफी सामथ्र्यो है।