नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में आज का एलिमिनेटर मैच बेहद खास और दिलचस्प होने जा रहा है। वजह है रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की टीम का सनसनीखेज अंदाज में प्लेऑफ में जगह बनाना जिसकी भिड़ंत राजस्थान रॉयल्स (आरआर) से होने जा रही है। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आज के मुकाबले की विजेता टीम क्वॉलिफायर-1 की हारने वाली टीम के साथ भिड़ेगी और उसमें फतह हासिल करने वाली टीम फाइनल में जगह बनाएगी।पिच एवं मौसम, अगर मैच रद्द हुआ तो क्या होगा
अहमदाबाद का नरेंद्र मोदी स्टेडियम में क्वॉलिफायर-1 से पहले की 12 पारियों में सिर्फ दो बार 200 से पार का स्कोर बना है, यानी अनुशासित गेंदबाजी करने वाली टीम का पलड़ा भारी हो सकता है। बल्ले और गेंद के बीच संतुलनकारी भिड़ंत देखने को मिल सकती है। अहमदाबाद में बुधवार को आसमान साफ रहेगा और बारिश की संभावना नहीं है। तापमान 30-35 डिग्री के बीच रहेगा। हालांकि, अगर बारिश में मैच धुला तो रिजर्व डे नहीं है। ऐसे में जिसके पास लीग मैचों में पॉइंट्स ज्यादा होंगे वो क्वालीफायर-2 में चला जाएगा। यानी अगर बारिश में मैच धुला तो राजस्थान आगे जाएगा, जबकि बेंगलुरु का सफर खत्म हो जाएगा।
दोनों टीमों की जुदा कहानी
दरअसल, आरसीबी और आरआर की मौजूदा टूर्नामेंट में कहानी थोड़ी अलग-अलग रही है। टूर्नामेंट के शुरुआती चरण में जहां आरसीबी लगातार हार के बाद पॉइंट्स टेबल में सबसे निचले पायदान पर थी, वहीं आरआर एक के बाद एक जीत दर्ज कर टॉप पर चल रही थी। लेकिन, दूसरे हाफ में तस्वीर बदली हुई नजर आई। फाफ डुप्लेसिस एंड कंपनी ने इस टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे उम्दा कमबैक में से एक की मिसाल पेश करते हुए लगातार छह जीत हासिल की और अपने आखिरी मैच में पांच बार की चैंपियन सीएसके को धूल चटाते हुए चौथे नंबर पर रहते हुए प्लेऑफ में चमत्कारिक रूप से जगह बना ली।
दूसरी ओर, राजस्थान की टीम ने ग्रुप स्टेज में तो दबदबा बनाया, लेकिन सेकंड हाफ में अचानक लय खो दिया और लगातार चार मैच गंवाकर पहले पोजिशन से गिरकर तीसरे नंबर पर अटक गई। स्वाभाविक सी बात है कि आत्मविश्वास के मोर्चे पर इस वक्त आरसीबी की टीम आरआर से कहीं आगे होगी। हालांकि आज जब ये दोनों टीमें टकराएंगी तो पिछले प्रदर्शन को भुलाकर लक्ष्य सिर्फ इस मैच में जीत का होगा। आरसीबी के पास इतिहास रचने का मौका भी है, क्योंकि 2008 से शुरू हुए इस टूर्नामेंट में वह आज तक चैंपियन नहीं बन पाई है। जबकि टॉप-4 की बाकी तीन टीमें खिताबी जीत का स्वाद चख चुकी हैं।