नई दिल्ली । कर्नाटक के मैसूरू जिले के नंजांगुड में प्राचीन हिंदू मंदिर को गिराए जाने को लेकर सत्ताधारी बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। मंदिर गिराए जाने की घटना की निंदा करते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने शनिवार को कहा कि ऐसी कार्रवाई किए जाने से पहले भाजपा सरकार को स्थानीय लोगों को सलाह लेनी चाहिए थी। कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्य सरकार के इस कृत्य से लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है। सिद्धरमैया ने श्रृंखलाबद्ध ट्वीट में कहा, 'नंजांगुड में एक प्राचीन मंदिर को गिराया जाना निंदनीय है। चूंकि, यह एक संवेदनशील मसला था, कर्नाटक भाजपा को स्थानीय लोगों से बातचीत करनी चाहिए थी। मंदिर को स्थानीय लोगों से संपर्क किए बगैर ढहाया गया है और इससे धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं । उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों ने तय प्रक्रिया का पालन नहीं किया है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'हालांकि, यह एक अदालती आदेश था लेकिन प्रशासन को इसे (आदेश को) लागू करने से पहले लोगों को इसकी जानकारी देनी चाहिए थी। कांग्रेस नेता ने मंदिर बनाने के लिए जमीन दिए जाने की भी मांग की।