मॉस्को । युद्धग्रस्त देश यूक्रोन में रूस को भारी क्षति उठानी पड़ रही है जंग के 50 दिन हो गए हैं। अभी तक यह लड़ाई किसी भी निर्णायक मुकाम पर नहीं पहुंची है। रूसी सेना को नया कमांडर मिलने के बाद अब पूर्वी यूक्रेन में अधिक भीषण हमलों की आशंका जताई जा रही है। यूक्रेन के कुछ इलाकों से रूसी सेना पीछे हट रही है और यूक्रेनी सैनिक वापस अपनी पोजिशन पर लौट रहे हैं।
लड़ाई में मारे गए रूसी सैनिकों की लाशें बंकरों में सड़ रही हैं। एक रिपोर्ट में खार्कीव के बाहर एक भयानक लड़ाई के बाद नरसंहार के भयावह दृश्य के बारे में बताया गया है। रिपोर्ट के अनुसार तीन दिनों की लड़ाई के बाद यूक्रेन ने माला रोहन को अपने कब्जे में ले लिया। यहां डगआउट में पड़ी लाशों को देखा जा सकता है। दर्जनों रूसी सैनिक टी-22 टैंकों में यहां आए और खार्कीव से दो मील की दूरी पर यूक्रेन के दूसरे शहर पर बमबारी की थी।
इस जगह से सैनिकों द्वारा छोड़ी गईं शराब की बोतलें मिलीं। करीब एक मील तक लड़ाई के अवशेष बिखरे हुए हैं, जिनमें रूसी वर्दी, खाली रॉकेट ट्यूब और दगे हुए ग्रेनेड शामिल हैं। यूक्रेन के लोगों का कहना है कि इस लड़ाई में कोई भी रूसी जिंदा नहीं बचा और यह मलबा इस बात की तसदीक करता है कि उनकी मौत कैसे हुई। दूसरे बड़े बंकर, जो संभवतः कमांड पोस्ट थे, सैंडबैग की दीवारों से कवर थे।
रूसी सैनिकों ने 26 फरवरी को माला रोहन पर कब्जा कर लिया था। वे यहां करीब एक महीने तक रहे और यूक्रेन के कड़े पलटवार के बाद उन्हें पीछे हटना पड़ा। स्थानीय लोगों ने बताया कि रूसी सैनिकों ने पास की एक फर्नीचर फैक्ट्री को लूट लिया था और कालीन से अपने बंकर बनाए थे।
62 साल के किसान ज़्लोबिना लुबोव ने कहा कि सैनिकों ने उनका खाना चुरा लिया और उनके सैकड़ों जानवरों को गोली मार दी। ज्यादातर छतें धमाके के बाद क्षतिग्रस्त हो चुकी थीं, जिनके नीचे आधे दबे हुए मृत रूसी सैनिक दिखाई दे रहे थे। एक सैनिक अपनी पीठ के बल लेटा हुआ था, जिसका सिर्फ चेहरा ही दिखाई दे रहा था। उसकी आंखों को पक्षियों ने नोंच लिया था।