ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा का मानना है कि भारतीय पेसर जसप्रीत बुमराह का बॉलिंग एक्शन उनके ज्यादा चोटिल होने की वजह है। मैक्ग्रा बोले, बुमराह को ऑफ-सीजन की जरूरत है क्योंकि उनके बॉलिंग एक्शन की वजह से उन्हें ज्यादा चोट लग सकती है।
मार्च 2023 में अपनी पीठ की सर्जरी के कारण बुमराह लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहें। वह ऑस्ट्रेलिया में 2022 टी-20 वर्ल्ड कप के साथ-साथ IPL 2023 से भी चूक गए थे।
MRF पेस फाउंडेशन में मीडिया से बातचीत के दौरान मैक्ग्रा ने कहा, बुमराह को ऑफ सीजन की जरूरत है क्योंकि वह हर गेंद में पूरा एफर्ट लगाते हैं। उन्हें एक ब्रेक की जरूरत है। अगर वह खेलना जारी रखते है, तो उसके गेंदबाजी एक्शन को देखते हुए जितना दबाव बनता है, उसे चोट लगना तय है, जैसा कि वह पहले भी कर चुके हैं।
मैक्ग्रा बोले, बॉलिंग एक्शन के दौरान आखिरी दो कदम लेते हुए जब बुमराह क्रीज में आते है, तब उनकी गति बढ़ जाती है, और यहीं से उनकी बॉल स्पीड बढ़ती है।
बेहतर राइट आर्मर होने के कारण लेफ्टी गेंदबाज की भारत को जरूरत नहीं लगी - मैक्ग्रा
मैक्ग्रा ने कहा कि दाएं हाथ के तेज गेंदबाजों की मौजूदगी के कारण भारत को बाएं हाथ के गेंदबाज की तलाश करने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ा। वे बोले, भारतीय तेज गेंदबाजी लंबे समय से सेट है और इसमें कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। जिस तरह से मोहम्मद शमी, बुमराह, मोहम्मद सिराज और उमेश यादव ने अच्छा प्रदर्शन किया है। वे जब रिटायर हो जाएंगे, तब भारतीय टीम तेज गेंदबाजी के बारे में सोचेगी।
इतने सारे अच्छे दाएं हाथ के गेंदबाज होने के कारण हमने हाल ही में बाएं हाथ के भारतीय तेज गेंदबाज को नहीं देखा है।
स्टार्क-कमिंस पर प्राइस की वजह से प्रेशर नहीं बनेगा
मैक स्टार्क ने निजी कारणों से आईपीएल में नहीं आने का फैसला किया। लेकिन वह वापस आए और रिकॉर्ड कीमत लेकर गए।वे इसका इंतजार कर रहे होंगे। अपने दिन पर, अगर वह गेंद को स्विंग करा रहे हैं, तो वह किसी भी अन्य तेज गेंदबाज जितना ही अच्छा होगा। उन्हें जो पैसा मिला है वह अविश्वसनीय है। लेकिन कमिंस और स्टार्क दोनों बहुत अनुभवी खिलाड़ी हैं और खेल को अच्छी तरह जानते हैं। मैक्ग्रा ने कहा, मुझे नहीं लगता कि कीमत का उन पर एक प्रतिशत भी प्रभाव पड़ेगा।
इस सीजन के लिए कमिंस और स्टार्क की बोली 20 करोड़ से भी ज्यादा गई। स्टार्क 24.75 करोड़ में KKR और कमिंस 20.50 करोड़ रुपए में SRH के साथ शामिल हुए थे।
बॉलर्स को टी-20 में ज्यादा मेहनत की जरूरत - मैक्ग्रा
मैक्ग्रा का मानना है कि टी-20 में कुछ नया करने और बल्लेबाजों के साथ खेल के संतुलन को बनाए रखने की जिम्मेदारी गेंदबाजों पर है। टी-20 बैटर्स को फेवर करता है।
मैक्ग्रा बोले, जब IPL शुरू हुआ, तो बल्लेबाजों ने टी-20 में अपनी शैली में सुधार किया, इससे पहले गेंदबाजों ने अलग-अलग गेंदों को पकड़ा और बल्लेबाजों की बराबरी की। लेकिन हाल ही में बल्लेबाजों ने नए इनोवेटिव शॉट्स से गेम में पकड़ बना ली है, इसलिए अब गेंदबाजों के लिए आगे बढ़ने का समय आ गया है।
यह नियंत्रण, विचार प्रक्रियाओं और गेम प्लान पर वापस आता है। यदि गेंदबाज अपनी इच्छानुसार गेंद फेंक सकता है, तो वह सफल होगा और गेम पर उसका नियंत्रण रहेगा। मुझे लगता है कि अब टी-20 क्रिकेट में आपके टारगेट के पर आपको कुछ गेंदें दिमाग में रखनी होंगी। बॉलर्स को मेहनत की जरूरत है।