कीव । वैश्विक नेताओं ने यूक्रेन में रूसी सेना द्वारा स्कूलों, अस्पतालों और आवासीय क्षेत्रों में किए गए हवाई हमलों सहित असैन्य स्थलों को निशाना बना कर किए जा रहे हमलों की नए सिरे से जांच करने की मांग की है। यूक्रेन के एक अधिकारी के मुताबिक उन्होंने अपने जीवनकाल में कीव में इस तरह के हालात कभी नहीं देखे थे।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिकी अधिकारी संभावित युद्ध अपराधों का आकलन कर रहे हैं और यदि रूस द्वारा आम नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाकर हमला किए जाने की पुष्टि होती है, तो उसे इसके व्यापक अंजाम भुगतने पड़ेंगे। यूक्रेन के कई शहरों में रूसी सेना की ओर से लगातार हमले किए जा रहे हैं। लोग बमबारी और गोलीबारी से बचने के लिए स्कूलों, अस्पतालों और कई सरकारी इमारतों में शरण ले रहे हैं। मारियुपोल शहर में रूसी हवाई हमले में कई लोगों की मौत हो गई।
यूक्रेन के एक स्थानीय अधिकारी के मुताबिक पूर्वोत्तर शहर खारकीव के पास मेरेफा में जब रूसी सेना ने एक स्कूल और एक सामुदायिक केंद्र को निशाना बनाकर हमला किया तो वहां शरण लिए हुए कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई। यूक्रेन के उत्तरी शहर चेर्निहीव में केवल एक दिन में ही दर्जनों लोगों के शवों को मुर्दाघर में लाया गया। संयुक्त राष्ट्र की राजनीतिक प्रमुख एवं अवर महासचिव रोजमेरी डिकार्लो ने भी रूसी हमलों में आम नागरिकों की मौत की जांच का आह्वान किया है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को याद दिलाते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत आम नागरिकों पर सीधे हमले करना प्रतिबंधित है। भारत ने भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ब्रीफिंग यूक्रेन संघर्ष को लेकर चिंता व्यक्त की।