पिछले कुछ वर्षों में फैब-4 में सबसे खराब प्रदर्शन विराट का ही रहा है। चारों में वह इकलौते बैटर हैं जिनका टेस्ट ऐवरेज 50 के नीचे जा चुका है। साल 2020 तक 27 टेस्ट शतक लगाकर फैब-4 में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले विराट के नाम फिलहाल सिर्फ 30 टेस्ट शतक हैं। मतलब पिछले चार साल में उनके बल्ले से सिर्फ तीन शतक ही निकले। ये साल विराट के करियर में बहुत ही खराब रहे, लेकिन पर्थ टेस्ट में उनके शतक के बाद से उम्मीद की जा रही है कि वह एक बार फिर रनों के बीच लौटेंगे और 'रन मशीन' के मिले तमगे को सही साबित करेंगे।
टॉप गियर में चल रहे रूट:
धुरंधरों की चौकड़ी में सबसे कम उम्र के जो रूट ने शुरुआत तो धीमी की थी, लेकिन अब वह पांचवें गियर में बल्लेबाजी कर रहे हैं। पिछले दिनों रूट ने पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में दोहरा शतक जमाया। यह उनके करियर का 35वां शतक था। साल 2020 तक रूट के नाम सिर्फ 17 शतक थे और वह चार धुरंधरों की रेस में सबसे पीछे नजर आ रहे थे। साल 2018 से 2020 के बीच रूट का टेस्ट करियर ग्राफ तेजी से नीचे गया। वह 60 पारियों में सिर्फ चार शतक ही लगा सके। इसके बाद से उन्होंने अपना रुतबा फिर हासिल किया और पिछले चार साल में 18 शतक ठोक दिए। उन्होंने लगभग हर पांचवीं इनिंग्स में शतक लगाकर कई कीर्तिमान अपने नाम कर लिए। रूट ने ओवरऑल सर्वाधिक टेस्ट सेंचुरी की लिस्ट में टॉप-5 में एंट्री कर ली है। न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट में उनकी बड़ी पारियों का इंतजार रहेगा।
टॉप गियर में चल रहे रूट:
धुरंधरों की चौकड़ी में सबसे कम उम्र के जो रूट ने शुरुआत तो धीमी की थी, लेकिन अब वह पांचवें गियर में बल्लेबाजी कर रहे हैं। पिछले दिनों रूट ने पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में दोहरा शतक जमाया। यह उनके करियर का 35वां शतक था। साल 2020 तक रूट के नाम सिर्फ 17 शतक थे और वह चार धुरंधरों की रेस में सबसे पीछे नजर आ रहे थे। साल 2018 से 2020 के बीच रूट का टेस्ट करियर ग्राफ तेजी से नीचे गया। वह 60 पारियों में सिर्फ चार शतक ही लगा सके। इसके बाद से उन्होंने अपना रुतबा फिर हासिल किया और पिछले चार साल में 18 शतक ठोक दिए। उन्होंने लगभग हर पांचवीं इनिंग्स में शतक लगाकर कई कीर्तिमान अपने नाम कर लिए। रूट ने ओवरऑल सर्वाधिक टेस्ट सेंचुरी की लिस्ट में टॉप-5 में एंट्री कर ली है। न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट में उनकी बड़ी पारियों का इंतजार रहेगा।