कोरबा कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल का औचक निरीक्षण किया और अस्पताल में फैली गंदगी तथा साफ-सफाई की कमी को लेकर अस्पताल अधीक्षक के प्रति गहरी नाराजगी जताई। श्रीमती साहू ने अस्पताल में तत्काल सफाई व्यवस्था को ठीक करने के निर्देश उपस्थित अधिकारियों को दिए।
निगम कमिश्नर कुलदीप शर्मा और होमगार्ड के कमाण्डेंट श्री पी.वी. सिदार के साथ मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंची कलेक्टर ने एक-एक वार्ड में जाकर मरीजों के ईलाज की व्यवस्थाएं देखीं। उन्होंने मरीजों के लिए बनाए जाने वाले भोजन स्थल का भी औचक निरीक्षण किया। इस किचन में गंदगी और आसपास भरे पानी को लेकर भी श्रीमती साहू ने अस्पताल प्रबंधन के प्रति गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने एक सप्ताह में अस्पताल की सफाई व्यवस्था ठीक करने के निर्देश मेडिकल कॉलेज के प्रभारी डीन को दिए।
पुरूष वार्ड में निरीक्षण के दौरान फैले पानी और मरीजों के ईलाज के लिए डॉक्टर उपस्थित नहीं होने को भी कलेक्टर ने गंभीरता से लिया और अनुपस्थित डॉक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। श्रीमती साहू ने महिला प्रसूति वार्ड और बच्चों एसएनसीयू वार्ड का भी निरीक्षण किया। उन्होंने एसएनसीयू वार्ड में भर्ती नवजातों के स्वास्थ्य की जानकारी मौजूद मेडिकल स्टाफ से ली।
कलेक्टर ने बच्चों की उचित देखभाल और सभी जरूरी ईलाज समय पर सुनिश्चित करने के निर्देश मेडिकल स्टाफ को दिए। उन्होंने अस्पताल भवन की मरम्मत के लिए भी कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश निगम आयुक्त को दिए। कलेक्टर ने आईसीयू वार्ड का भी निरीक्षण किया और वार्ड में भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी भी ली।
*मोतीलाल को ईलाज के लिए जीवनदीप समिति से मिलेगी सहायता
निरीक्षण के दौरान पुरूष वार्ड में भर्ती मरीज मोतीलाल ने पैसों की कमी के कारण ठीक से ईलाज नहीं हो पाने की समस्या कलेक्टर को बताई। मोतीलाल कोरबा शहर के आरामशीन इलाके का रहने वाला है। सड़क दुर्घटना के दौरान मोतीलाल का पैर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। ईलाज के लिए उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया है। मोतीलाल के पैर को ठीक करने के लिए डॉक्टरों ने पैर में रॉड इम्प्लांट करने की जरूरत बताई है।
इस ईलाज में लगने वाला खर्च उठाने में गरीब मोतीलाल सक्षम नहीं है। उसने अपनी व्यथा अस्पताल निरीक्षण पर आईं कलेक्टर श्रीमती रानू साहू को बताई। कलेक्टर ने तत्काल ईलाज के लिए मोतीलाल को जीवनदीप समिति से यथा संभव सहायता देने के निर्देश अस्पताल अधीक्षक को दिए। उन्होंने इसके लिए जल्द से जल्द प्रकरण तैयार कर प्रस्तुत करने को कहा। मोतीलाल ने भी कलेक्टर की इस संवेदनशीलता पर उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया।