पेरिस । फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कोरोना वायरस का टीका नहीं लेने वाले लोगों पर दबाव बनाने की अपनी रणनीति का जिक्र करते हुए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। उनकी टिप्पणी को लेकर संसद में हंगामा होने के साथ ही उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने भी विरोध जताया।
राष्ट्रपति ने हाल ही में एक फ्रांसीसी अखबार द्वारा प्रकाशित एक साक्षात्कार में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब संसद में नए उपायों को लेकर तीखी बहस हो रही है। नए कदमों में यह भी प्रस्ताव किया गया है कि केवल टीका लेने वाले लोगों को ही छुट्टियों पर बाहर घूमने की अनुमति दी जाए।
राष्ट्रपति साक्षात्कार में टीकाकरण पर जोर देने की अपनी रणनीति की चर्चा कर रहे थे। मैक्रों के स्वास्थ्य मंत्री ओलिवियर वेरन ने राष्ट्रपति के बयान का बचाव किया और कहा कि उनके साक्षात्कार में 'सबसे ऊपर, जनसंख्या की रक्षा के लिए उनके इराद प्रदर्शित होते हैं। कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वेरिएंट से जूझ रही दुनिया के लिए एक और बुरी खबर है। फ्रांस में वैज्ञानिकों को कोरोना वायरस का एक नया वेरिएंट मिला है जो ओमीक्रोन से भी ज्यादा संक्रामक है।
यह वेरिएंट ज्यादा म्यूटेड है और इसका नाम आईएचयू है। इस बी.1.640.2 वेरिएंट को आईएचयचू मेडिटेरेंस इन्फेक्शन के विशेषज्ञों ने खोजा है। शोधकर्ताओं ने कहा कि इस वेरिएंट में 46 म्यूटेशन है जो ओमीक्रोन से भी ज्यादा है।
विशेषज्ञों ने कहा कि आईएचयू वेरिएंट वैक्सीन और संक्रमण को लेकर ज्यादा प्रतिरोधी है। यही नहीं इस आईएचयू वेरिएंट के कम से कम 12 मामले मारसेल्लेस के पास दर्ज किए गए हैं। यहां से लोग अफ्रीका के कैमरून गए थे। यह नया वेरिएंट ऐसे समय पर मिला है जब दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में कोरोना का ओमीक्रोन वेरिएंट फैला हुआ है। हालांकि अब आईएचयू वेरिएंट के फैलने का खतरा मंडरा रहा है।