नई दिल्ली । भुगतान को लेकर भारतीय बाजारों में क्रेड ऐप इन दिनों काफी लोकप्रिय हो रहा है जिसके जरिए आप क्रेडिट कार्ड का बिल पेमेंट आसानी से कर सकते हैं और कुछ निश्चित कैशबैक पा सकते हैं। अब कंपनी ई-वॉलेट पेमेंट बिजनेस में एंट्री करने की तैयारी कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्रेड ने चेन्नई बेस्ड शराब डिलीवरी स्टार्टअप हिपबार प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण कर लिया है। बता दें कि हिपबार के पास पीपीआई का लाइसेंस है। आरबीआई द्वारा दिया गया पीपीआई लाइसेंस कंपनियों को डिजिटल वॉलेट, प्रीपेड ट्रांजिट कार्ड, वाउचर आदि पेमेंट सिस्टम संचालित करने की अनुमति देता है। हिपबार को अगस्त 2016 में पीपीआई का लाइसेंस दिया गया था।
गौरतलब है कि डिजिटल वॉलेट फ्रीचार्ज के को-फाउंडर रहे कुणाल शाह ने साल 2018 में एक
नया स्टार्टअप क्रेड लॉन्च किया था। इस ऐप से अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड का बिल भरते हैं तो कैशबैक के अलावा ढेरों रिवार्ड पा सकते हैं।
इस ऐप से आप जितने रुपये का क्रेडिट कार्ड का बिल भरते हैं उतने क्रेड क्वाइन पा सकते हैं और अलग-अलग कंपनी से फ्री या डिस्काउंटेड रिवार्ड पा सकते हैं। इसके साथ ही क्रेड क्वाइन को रिडीम कर कैशबैक पा सकते हैं। उदाहरण के लिए अगर आप इस ऐप से आप 20 हजार रुपए का क्रेडिट कार्ड का बिल भरते हैं तो आपको 20 हजार क्रेड क्वाइन मिलता है।
फिनटेक प्लेटफॉर्म क्रेड पर अब क्रेडिट कार्ड या यूपीआई से मकान का किराया देने की सुविधा भी आ गई है। इसके अलावा Cred Cash के
जरिए लोन भी ले सकते हैं। इस ऐप से आप एजुकेशन फीस भी अदा कर सकते हैं। हाल ही में कंपनी ने अपने यूजर्स के लिए क्रेड मिंट नाम से एक पीयर-2-पीयर यानी
पी2पी लेंडिंग फीचर लॉन्च किया है।
इस फीचर के जरिए क्रेड मेंबर्स अन्य क्रेड मेंबर्स को कर्ज देकर 9 फीसदी तक सालाना ब्याज कमा सकते हैं। वहीं, कुछ ऐप और वेबसाइट पर क्रेड पे के जरिए क्रेड ऐप में लिंक्ड क्रेडिट कार्ड से भुगतान भी कर सकते हैं।