पेरिस: फ्रांस की राजधानी पेरिस में हो रहे ओलिंपिक अपने आगाज वाले दिन से ही अलग-अलग वजहों से सुर्खियों में है। सबसे नया सीन नदी में होने वाले पुरुषों की ट्रायथलॉन का लगातार टलना शामिल है। मंगलवार को एक बार फिर सीन नदी में पानी की गुणवत्ता के मुद्दों के कारण इस प्रतियोगिता को टाल दिया गया। दरअसल लंबे से प्रदूषित सीन नदी में 100 साल से ज्यादा समय से भी स्विमिंग पर बैन लगा हुआ है। आयोजकों ने कहा कि ओलिंपिक के लिए सीन की सफाई पर लगभग 1.5 बिलियन डॉलर यानी 1,25,596 लाख करोड़ रुपए खर्च किए थे।दुनिया के तमाम पुराने शहरों की तरह पेरिस में भी कम्बाइंड सीवर सिस्टम है। इसका मतलब है कि शहर से निकलने वाला गंदा पानी और बारिश का पानी भी एक ही पाइप से बहते हैं। भारी या लंबे समय तक बारिश होने पर पाइप डूब जाते हैं। फिर बिना ट्रीट किया हुआ पानी ट्रीटमेंट प्लांट के बजाय नदी में बह जाता है। इससे बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी पानी में आ जाते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा, गेन्सविले में संक्रामक रोगों की एक्सपर्ट डॉ. निकोल आयवीन का मानना है कि लगातार बारिश से न सिर्फ मानव जनित गंदगी, बल्कि जंगली जानवरों के अपशिष्ट नदी में आते हैं। ओपनिंग सेरेमनी के दौरान भारी बारिश ने स्थिति और खराब कर दी थी। इससे नदी के पानी की क्वॉलिटी भी खराब हुई।नदी की सफाई के लिए पैरिस ने क्या किया?पेरिस ओलिंपिक की तैयारी के लिए शहर में ज्यादा बारिश होने पर उसके पानी को इकट्ठा करने और कचरे को नदी में बहने से रोकने के लिए विशाल बेसिन बनाया गया है। सीवेज सिस्टम को भी दुरुस्त किया गया गया। वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट की भी मरम्मत की गई। हालांकि, भारी बारिश से अब भी नुकसान पहुंचने का खतरा है। डॉ. निकोल का कहना है कि पेरिस शहर ने सीन को साफ करने के लिए बहुत काम किया है, लेकिन वे मौसम को नियंत्रित नहीं कर सकते। शहर के अधिकारियों ने कहा कि ओलिंपिक के शुरुआती समय में हुई बारिश से बेसिन का 20 प्रतिशत हिस्सा भर गया था। इसलिए बाद में प्रदूषण अपशिष्ट जल से आया।
जून में पानी की क्वॉलिटी की जांच की गई तो ई.कोलाई बैक्टीरिया के होने का पता चला। ई.कोलाई इंसानों और जानवरों की आंतों और खुले वातावरण में भी पाया जाता है। आम तौर पर यह दूषित खाने, पानी और संक्रमित जानवरों और इंसानों के संपर्क में आने पर फैलता है। बैक्टीरिया के असुरक्षित स्तर वाले पानी में तैरने से पेट और आंतों की समस्या हो सकती है। यहां तक कि दूषित पानी की एक घूंट भी दस्त का कारण बन सकता है। इस तरह के बैक्टीरिया जानलेवा सेप्सिस जैसी बीमारियों का कारण बन सकते हैं।बारिश के बाद अब लू का खतरा
बारिश से राहत मिली तो अब पेरिस में गर्मी ने परेशानी बढ़ा दी है। तेज गर्मी के कारण लू का खतरा भी मंडराने लगा है। मंगलवार को पेरिस और आसपास के इलाकों में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक हो गया। बारिश के कारण खेलों की खराब शुरुआत के बाद आयोजक अब खिलाड़ियों और दर्शकों को गर्मी से बचने के लिए आगाह कर रहे हैं।