उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर की दर्शन व्यवस्था को लेकर एक दंपती ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने मंदिर के सुरक्षाकर्मियों पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है। दंपती ने मंदिर में वीआईपी कल्चर को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। इसमें आरोप लगाया कि मंदिर में धर्म के नाम पर व्यापार हो रहा है। नियम सिर्फ आम श्रद्धालुओं के लिए ही हैं।
मंदिर के प्रशासक प्रथम कौशिक का कहना है, मंदिर के सीसीटीवी फुटेज में महिला के पति को गणेश मंडपम् में वीडियो बनाते हुए देखा गया था। जब कर्मचारी ने उन्हें मोबाइल उपयोग पर प्रतिबंध की जानकारी दी, तो वे गुस्सा हो गए। उनसे केवल नियम का पालन करवाया जा रहा था।
वहीं, दंपती ने जो वीडियो पोस्ट किया है, उस पर अब तक 24 हजार से अधिक लोग कमेंट कर चुके हैं। ज्यादातर लोग मंदिर प्रशासन की व्यवस्था पर नाराजगी जता रहे हैं। हालांकि यह पहला मामला नहीं है जब किसी श्रद्धालु के साथ इस प्रकार की अभद्रता की गई हो।
बाइक राइडर और उनके पति के साथ हुई अभद्रता ऑल इंडिया बाइक राइडर नैना अपने पति के साथ महाकाल मंदिर दर्शन के लिए उज्जैन पहुंची थीं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट "YATRIACTORS" पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि दर्शन से पहले मंदिर में तैनात सुरक्षा गार्ड ने उनके साथ अभद्रता की। इसके बाद दोनों दर्शन किए बिना ही लौट गए।
कंट्रोल रूम में पूछा- क्या आप वीआईपी हैं? वीडियो में नैना कहा, मंदिर में मोबाइल बैन होने की जानकारी नहीं थी। पहले एक लेडी गार्ड मुझ पर चिल्लाने लगी। मैंने कहा कि अब मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करूंगी। इतने में एक और गार्ड आ गया। वह हमें कंट्रोल रूम ले जाने लगा। मैंने उसे पहले दर्शन करने की बात कही, लेकिन उसने अनसुना कर दिया। कंट्रोल रूम में पहुंचने पर हमसे पूछा जाता है कि 'क्या आप वीआईपी श्रद्धालु हैं?'
सेलिब्रिटीज के दर्शन को लेकर उठाए सवाल नैना ने अपने वीडियो में विराट कोहली और सारा अली खान सहित कई सेलिब्रिटीज के गर्भगृह में पूजन करते हुए वीडियो दिखाए। उन्होंने सवाल उठाया कि जब आम श्रद्धालुओं को केवल कुछ सेकेंड के दर्शन मिलते हैं, तो वीआईपी श्रद्धालु और सेलिब्रिटीज को आधे घंटे तक पूजन-अर्चना की अनुमति कैसे दी जाती है?
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मंदिर में धर्म के नाम पर व्यापार हो रहा है और सभी नियमों का पालन केवल आम श्रद्धालुओं से ही करवाया जाता है। यदि मोबाइल फोन प्रतिबंधित है, तो इसकी जांच प्रवेश द्वार पर ही क्यों नहीं की जाती? दर्शन के समय चेकिंग करना और अभद्रता करना गलत है।