नई दिल्ली: मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी में भले ही जसप्रीत बुमराह पर बोझ बढ़ गया हो, लेकिन पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान का मानना है कि भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण का यह अगुआ टेस्ट क्रिकेट की मुश्किलों का सामना करने के लिए फिटनेस के मामले में अब कहीं बेहतर स्थिति में है। बुमराह 2022 में कमर के स्ट्रैस फ्रेक्चर से परेशान थे और उन्हें न्यूजीलैंड में सर्जरी करानी पड़ी जिसके कारण वह प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से 11 महीने दूर रहे। उन्होंने पिछले साल अगस्त में आयरलैंड के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज के साथ वापसी की और तब से चोट मुक्त हैं।
पिछले साल वनडे विश्व कप में शानदार प्रदर्शन के बाद से बाएं टखने की चोट के कारण क्रिकेट से दूर शमी की गैरमौजूदगी ने निश्चित तौर पर बुमराह पर अतिरिक्त दबाव डाला है जो इंग्लैंड के खिलाफ चल रही पांच मैच की टेस्ट सीरीज में भारतीय आक्रमण की अगुआई कर रहे हैं। इरफान ने कहा, ‘बेशक शमी की गैरमौजूदगी का असर पड़ेगा लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि बुमराह को चोट लगने की संभावना बढ़ जाएगी। उसका एक्शन अब बिलकुल ठीक है।’
वापसी के बाद से बुमराह ने अपने रन-अप में एक कदम का इजाफा किया है। वह गेंद फेंकने के बाद अब अधिक दूर तक भागते हैं जिससे कमर पर कम असर पड़ता है। इरफान ने कहा कि शमी की गैरमौजूदगी में निश्चित तौर पर बुमराह पर अतिरिक्त दबाव है। उन्होंने कहा, ‘जब दोनों छोर से दबाव होता है, फिर चाहे शमी एक छोर से विकेट ले रहे हों और बुमराह दूसरे छोर पर चुपचाप अपना काम कर रहे हों। या बुमराह विकेट ले रहे हों और दूसरे छोर पर शमी चुपचाप अपना काम कर रहे हों। इनकी साझेदारी ना सिर्फ एक दूसरे के ऊपर से दबाव कम करती है बल्कि टीम के लिए भी फायदेमंद होती है।’ इरफान खेल के पारंपरिक प्रारूप के प्रति बुमराह के समर्पण और रवैये से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं जसप्रीत बुमराह के रवैये का बड़ा प्रशंसक हूं, विशेषकर टेस्ट क्रिकेट में। जिस तरह से चोटों के बावजूद वह टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता देता है।’
हैदराबाद में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में 28 रन की हार के बाद भारत शुक्रवार से विशाखापत्तनम में शुरू होने वाले दूसरे मैच में जीत दर्ज करके सीरीज बराबर करने की कोशिश करेगा।