पहली बार कब दिखा था मिनी मून
यह पहली बार नहीं है जब पृथ्वी को एक मिनी मून मिलेगा। अब तक ज्ञात यह पृथ्वी का पांचवां मिनी मून है। पहला मिनी मून 1991 में देखा गया था। इसरो के पूर्व वैज्ञानिक मनीष पुरोहित के मुताबिक 2024 PT5 नाम का एक एस्टेरॉयड धरती का कुछ समय के लिए साथी बनेगा। लंबे समय तक हमारे ग्रह के गुरुत्वाकर्षण के करीब आने के बाद इसका मार्ग प्रभावित हुआ है, जिस कारण यह मिनी मून बनेगा और नवंबर तक ग्रह का चक्कर लगाएगा। लेकिन इसे एक चांद नहीं माना जा सकता। क्योंकि यह एस्टेरॉयड पृथ्वी के चारों ओर एक पूरा चक्कर नहीं लगाएगा। यह 55 दिनों तक घोड़े की नाल के आकार में घूमेगा। पृथ्वी की परिक्रमा पूरा करने से पहले यह गुरुत्वाकर्षण से बाहर निकल जाएगा।