नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल कोयला तस्करी घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय जांच एजेंसियों को 1,300 करोड़ रुपये से अधिक के लेन-देन का पता चला है। जांच एजेंसी का मानना है कि कोयले की तस्करी के माध्यम से कुछ ही महीनों में ये सारे ट्रांजेक्शन हुए हैं। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजीरा बनर्जी के दो विदेशी बैंक खातों की जांच इस मामले में चल रही है। कथित कोयला तस्करी घोटाले में उत्पन्न अवैध धन का 50 प्रतिशत से अधिक तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी के कथित करीबी सहयोगी विनय मिश्रा को दिया गया था। एजेंसियों को ऐसे लेनदेन भी मिले हैं जो अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजीरा बनर्जी के विदेशी बैंक खातों में हुए थे। एजेंसियों ने कथित तौर पर आरोपी अनूप माजी के एक सहयोगी के आधिकारिक और आवासीय परिसरों में तलाशी के दौरान लेनदेन के विवरण का खुलासा किया। अनूप माजी कोयला तस्करी रैकेट का मुख्य आरोपी और सरगना है जिसे प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था। उसने जुलाई 2018 और मार्च 2020 के बीच कथित तौर पर 1,352 करोड़ रुपये कमाए। टीएमसी के युवा नेता और अभिषेक बनर्जी के कथित सहयोगी विनय मिश्रा, जिनके बारे में माना जाता है कि वे किसी दूसरे देश में छिपे हुए हैं, को कथित तौर पर अनूप मांझी ने 731 करोड़ रुपये दिए थे। 2018-2019 में 218 करोड़ रुपये और साल 2019-2020 में 513 करोड़ रुपये दिए गए। ईडी के अधिकारियों को संदेह है कि अवैध कोयला तस्करी के माध्यम से उत्पन्न धन विनय मिश्रा को "कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों की ओर से प्राप्त हुआ था। पश्चिम बंगाल के बांकुरा पुलिस स्टेशन के पूर्व प्रभारी अधिकारी अशोक कुमार मिश्रा को भी कथित तौर पर जून 2020 और सितंबर 2020 के बीच 168 करोड़ रुपये से अधिक दिए गए थे। अशोक मिश्रा ने कथित तौर पर कुछ प्रभावशाली लोगों के लिए नकदी पहुंचाने के लिए अपने पुलिस स्टेशन के आधिकारिक वाहनों का इस्तेमाल किया। जांच एजेंसियों के शीर्ष सूत्रों ने दावा किया कि अशोक कुमार मिश्रा के निर्देश पर नवंबर-दिसंबर 2018 में अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी के थाईलैंड बैंक खाते में 1.5 मिलियन बहत (थाईलैंड की मुद्रा) जमा की गई थी। रुजिरा के लंदन स्थित बार्कलेज बैंक खाते में एक और लेनदेन ईडी की जांच के दायरे में है। ईडी ने हाल ही में रुजीरा बनर्जी को कोयला तस्करी मामले में तलब किया था। हालांकि, वह पूछताछ के लिए नहीं पहुंची। टीएमसी सांसद और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी से ईडी ने 6 सितंबर को आठ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की और अधिकारियों ने उन्हें 21 सितंबर को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया है।