सिडनी । एशेज सीरीज के पहले तीन टेस्ट मैचों में 3-0 की हार से जहां इंग्लैंड टीम दबाव में है और प्रशंसक निराश हैं, वहीं टीम के सलामी बल्लेबाज जैक क्राउले का मानना है कि अभी सब कुछ समाप्त नहीं हुआ है। क्राउले के अनुसार ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में सीरीज जीतने के बाद भी पांच जनवरी से शुरू हो रहे चौथे एशेज क्रिकेट टेस्ट में काफी कुछ दांव पर लगा है। क्राउले के अनुसार अंतिम दो टेस्ट जीतने से भी इंग्लैंड टीम अपनी प्रतिष्ठा को काफी हद तक बचा सकती है। इसलिए हमें निराश होने की जगह इन मैचों को जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देनी चाहिये।
क्राउले ने कहा, ‘ यह सही है कि अपने देश के लिए खेलते हुए काफी गौरव दांव पर लगा होता है और अगले दो मैचों में भी काफी कुछ दांव पर लगा होगा और यही कारण है कि हम सकारात्मक हैं और दोनों मैच जीतने के प्रयास करेंगे।' वहीं इससे पहले दिग्गज खिलाड़ियों ने टीम की कड़ी आलोचना करते हुए कहा था कि अगर उसका यही हाल अगली एशेज सीरीज में भी होगा तो इसमें हैरानी नहीं होनी चाहिये।
वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व क्रिकेटरों ने कहा है अधिक रक्षात्मक रुख और दबाव में रहने के कारण टीम की बल्लेबाजी और गेंदबाजी प्रभावित हुई है। यहां तक कि ऑलराउंडर बेन स्टोक्स भी अपने रंग में नहीं हैं। क्राउले ने कहा कि सिडनी में खेले जाने वाले एशेज सीरीज के चौथे टेस्ट मैच में शतक लगा सकते हैं। इसके लिए वह कप्तान जो रूट और मध्यक्रम बल्लेबाज डाविड मलान से प्रेरणा लेंगे।
क्राउले ने कहा हालांकि मैं पहले की तरह ही अच्छा महसूस कर रहा हूं। मैं आंकड़ों पर ज्यादा ध्यान नहीं देता। मैं निश्चित रूप से थोड़ा और आत्मविश्वास से भरा हुआ दिखूंगा और खुद को वापस पाऊंगा क्योंकि मैं अच्छी तरह से जानता हूं कि मैं इस हफ्ते यहां शतक बना सकता हूं और मैं यही करना चाहता हूं। जाहिर है कि मैंने पिछले साल अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेला है, लेकिन मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं। इस क्रिकेटर ने कहा कि मुझे लगता है कि चौथे टेस्ट मैच में विकेट बेहतर और थोड़ा सपाट होगा। एशेज को थोड़ा सा देखने के बाद आमतौर पर ऐसा लगता है कि यहां बहुत अधिक रन हैं। मैं इसका बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं और उम्मीद है कि ऐसा ही होगा।