यूरोपीय यूनियन ने भारतीयों के लिए 5 साल की वैलिडिटी वाले मल्टीपल एंट्री शेंगेन वीजा के नियमों को लागू कर दिया है। इस शेंगेन वीजा से 29 यूरोपीय देशों में जा सकेंगे।
शेंगेन वीसा 90 दिन के लिए जारी किया जाने वाला एक 'शॉर्ट स्टे' वीसा होता है। यह वीजा किसी भी यूरोपीय देशों में स्वतंत्र रूप से यात्रा करने की अनुमति देता है।
इससे पहले तक 3 साल में दो बार वीजा लेना पड़ता था। लेकिन अब 18 अप्रैल से लागू नियम के मुताबिक भारतीयों को मल्टीपल एंट्री शेंगेन वीजा मिलेगा। इससे वीजा में लगने वाला खर्चा भी बच जाएगा। अभी अल्प प्रवास वीजा में लगभग 7 हजार रुपए लगते हैं। वहीं अमेरिका में ये 10 साल है।
ऐसे काम करता है
यह यह एक स्टिकर के रूप में होता है, जिसे आपके पासपोर्ट या एक यात्रा दस्तावेज पर चिपकाया जाता है। यह स्टिकर ही आपको शेंगेन राज्यों में यात्रा करने के लिए परमीशन का प्रतीक है। आपको प्रवेश तभी दिया जाता है, जब आप शेंगेन कन्वेंशन से निर्धारित अन्य शर्तें पूरी कर लेते हैं (जैसे कि यात्रा उद्देश्य, यात्रा की शर्तें और आपके पास पर्याप्त धनराशि होना चाहिए)।
आवेदन करने का तरीका
आप शेंगेन के जिस देश में जाना चाहते हैं, उस देश के वाणिज्य दूतावास में आवेदन करें। सभी शेंगेन देश घूमने के लिए भी जानकारी आपको वहीं मिलेगी। यह दूतावास आपके देश की राजधानी में स्थापित होते हैं। आप जिस देश में ज्यादा समय बिताएंगे, उसे वहां का स्थान कोड किया जाएगा।
शेंगेन वीजा नियमों के लागू होने से यूरोप में अलग-अलग देशों की कागजी कार्रवाई एक साथ हो जाएगी। अब तक शेंगेन वीजा अपनी कम वैधता के कारण भारतीय यात्रियों के लिए एक परेशानी बना रहा, जिसके लिए कई बार अलग-अलग आवेदनों की आवश्यकता होती थी।
यूरोपीय यूनियन ने कहा कि भारत में रहने वाले और अल्पकालिक शेंगेन वीजा के लिए आवेदन करने वाले भारतीय नागरिकों के लिए नई वीजा कैस्केड व्यवस्था स्थापित यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए कई साल तक वैधता वाले वीजा तक आसान पहुंच प्रदान करेगी। अब कोई भी नागरिक एक ही वीजा से यूरोप के कोई भी देश घूम सकता है। बस पासपोर्ट वैधता अनुमति देता हो।
वीजा नियमों में बदलाव यूरोपीय यूनियन-भारत कॉमन एजेंडा के तहत किए गए है, जो दोनों के बीच व्यापक संबंधों को मजबूत करेगा।