साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ का कहना है कि टेस्ट क्रिकेट को खतरा नहीं है, लेकिन वनडे क्रिकेट का फ्यूचर फैंस को तय करना है। जहां ब्रॉडकास्टर को व्यूअरशिप मिलेगी, वहां उसी फॉर्मेट को ज्यादा खेला जाएगा।
इंटरव्यू में स्मिथ ने कहा, SA20 लीग से हमारा इन्फ्रास्ट्रक्चर बेहतर हो रहा है, हम बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी करने के लिए फिर तैयार हैं।
स्मिथ ने साउथ अफ्रीका क्रिकेट और SA20 से जुड़ी बातचीत की। चलिए जानते हैं उन्होंने क्या-क्या कहा?
सवाल- एक समय था जब साउथ अफ्रीका शानदार टीम थी, आपकी कप्तानी में 2 साल टीम नंबर-1 टेस्ट टीम भी रही, लेकिन अब टीम बेहतर प्रदर्शन क्यों नहीं कर पा रही?
स्मिथ- हम काफी समय तक डॉमिनेट कर रहे थे, लेकिन एक समय के बाद टीम का प्रदर्शन खराब हो गया था, उस दौरान बहुत सारी राजनीतिक और मैनेजमेंट से जुड़ी समस्याएं थीं। मुझे लगता है कि हमें इससे उबरना होगा। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारा टैलेंट पूल मजबूत हो और आगे बेहतर निर्णय लिए जा रहे हों।
ऐसा नहीं है कि साउथ अफ्रीकी टीम बुरा प्रदर्शन कर रही है। हम देख रहे हैं कि टीम समय के साथ मजबूत हो रही है। हमने पिछले साल ही वनडे वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में जगह बनाई और इसके बाद भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज भी ड्रॉ की। मुझे लगता है, निश्चित रूप से हम बेहतर स्थिति में वापस आ गए हैं। SA20 से भी बहुत सारी प्रतिभाएं सामने आ रही हैं।
अगले एक या दो साल में हम और बेहतर करेंगे, लीग से हम मजबूत होंगे और प्लेयर्स टॉप कॉम्पिटिशन के लिए ट्रेन हो चुके होंगे।
मुझे अभी भी लगता है कि इस साल टी-20 वर्ल्ड कप के लिए हमारे पास कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जो बाकी टीमों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। मुझे लगता है कि हमारे पास अच्छा प्रदर्शन करने का सुनहरा मौका है।
सवाल - भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ 4 से 5 टेस्ट खेलती है, लेकिन पुराने राइवल्स साउथ अफ्रीका के खिलाफ केवल 2 टेस्ट खेल रही है। ऐसा क्यों?
स्मिथ- मैं निश्चित रूप से ऐसा सोचता हूं कि ज्यादा टेस्ट खेलने चाहिए, क्रिकेट में भारतीय टीम साउथ अफ्रीका के लिए हमेशा से महत्वपूर्ण रही है। भारत के साथ क्रिकेट, क्रिकेटर्स के रिश्ते और फैंस हमेशा जुड़े हुए रहे हैं। मुझे नहीं पता कि ये निर्णय क्यों लिए गए, लेकिन मेरा अब भी मानना है कि दोनों देशों के बीच संबंध और राइवलरी बनी हुई है।
सवाल- साउथ अफ्रीका 2007 वर्ल्ड कप के बाद बड़े ICC टूर्नामेंट्स नहीं कर सका, इसका क्या कारण है?
स्मिथ- मुझे नहीं पता, इसका जवाब ICC को देना चाहिए। जाहिर तौर पर हमें 2027 वर्ल्ड कप की मेजबानी मिली है। SA20 यह दिखा रहा है कि हम बड़े आयोजनों की मेजबानी कर सकते हैं। हम बड़े पैमाने पर आयोजन कर सकते हैं। आप देश में BCCI और क्रिकेट को जानते हैं और अब आप मुझे और मेरी टीम को जानते हैं।
IPL के बाद से भारत का क्रिकेट, इन्फ्रास्ट्रक्चर और फैंस का मिजाज सामने आया। इससे देश को मेजबानी में मदद मिली। उसी तर्ज पर साउथ अफ्रीका का क्रिकेट भी लीग के कारण तेजी से बढ़ेगा और 2027 में हम शानदार आयोजन करेंगे।
2031 तक ICC टूर्नामेंट्स की मेजबानी करने वाले देश
सवाल- क्या टेस्ट क्रिकेट और खास तौर पर वनडे क्रिकेट बचेगा या नहीं?
स्मिथ- मुझे लगता है कि टेस्ट क्रिकेट बचा रहेगा। 2027 और 2031 वर्ल्ड कप के लिए भी ब्रॉडकास्ट डील्स तय हो गई हैं तो 2031 तक को वनडे क्रिकेट भी रहेगा ही। 2031 के वर्ल्ड कप के ब्रॉडकास्टिंग नंबर्स और फैंस का मिजाज इस फॉर्मेट का भविष्य तय करेंगे।
टूर्नामेंट या फॉर्मेट की कामयाबी उसकी व्यूअरशिप और मनी मेकिंग प्रोसेस से तय होती है। अगर फैंस टी-20 पर अपना समय और पैसा खर्च करेंगे तो वह ज्यादा फेमस होगा और वही ज्यादा खेला भी जाएगा।
टेस्ट क्रिकेट को रेवेन्यू मॉडल की जरूरत- स्मिथ
इंटरव्यू से पहले प्रेस वार्ता में स्मिथ ने कहा, टेस्ट क्रिकेट को रेवेन्यू मॉडल की जरूरत है। वेस्टइंडीज का ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट जीतना गेम के लिए बहुत अच्छा है, लेकिन उन्हें उस दौरे से कोई रेवेन्यू नहीं मिला। हम MCC क्रिकेट कमेटी में चर्चा करते हैं कि देशों को आर्थिक रूप से इतना मजबूत बनाने के लिए रेवेन्यू मॉडल क्या होना चाहिए कि वे टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहें।
खिलाड़ियों को लगता है कि वे टेस्ट के बजाय टी-20 खेलकर ज्यादा पैसा कमा सकते हैं। पैसा गेम में बहुत कुछ प्रभावित करता है। स्मिथ ने आगे कहा कि टी-20 फॉर्मेट गेम के डेवलपमेंट में और फाइनेंशियली रेवेन्यू बनाने में भी मदद करता है।