बिलासपुर । बिलासपुर में अपहरण की बड़ी वारदात हो गई। हालॉकि, पुलिस ने पेट्रोलिंग के दौरान अचानक हाथ-पैर बंधे युवक को पकड़ लिया। इस दौरान पुलिस को देखकर अपहरणकर्ता भाग निकले। समय रहते युवक अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बच गया और गंभीर घटना टल गई। पुलिस अपहरणकर्ताओं के खिलाफ अपराध दर्ज कर उनकी तलाश में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के जूना बिलासपुर के पचरीघाट में रहने वाला देवेश देवांगन रोजी मजदूरी कर जीवन गुजारा करता है। शुक्रवार की रात उसके परिचित के तीन युवक घूमते हुए पहुंचे। इस दौरान युवक उसे घूमाने के बहाने जबरदस्ती अपहरण कर अपने साथ ले गए। अभी देवेश को अपहरणकर्ता फजलवाड़ा के सूनसान जगह पर ले गए और उसके हाथ-पैर को बांध दिया। तभी पुलिस पेट्रोलिंग करते हुए वहां पहुंच गई। पुलिस को देखकर अपहरणकर्ता युवक भाग निकले। पुलिस युवक के पास पहुंची, तब उसका हाथ-पैर रस्सी से बंधा मिला। उससे पूछताछ करने पर अपहरण की कहानी सामने आई। इस पर पुलिस युवक को थाने लेकर आ गई। उसका बयान दर्ज कर पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के खिलाफ जुर्म दर्ज कर उनकी तलाश में जुट गई है।
ढाई हजार रुपये के लिए किया अपहरण
पुलिस की पूछताछ में देवेश ने बताया कि कुछ माह पहले उसने फजलबाड़ा में रहने वाले सीबू, सैफू व कालिका के बेटे से ढाई हजार रुपये उधार लिया था। युवक उससे उधारी की रकम मांग रहे थे। लेकिन, वह रकम नहीं दे पा रहा था। तभी युवकों ने उसे अपहरण कर बंधक बनाने की योजना बनाई। शुक्रवार की रात मौका पाकर उन्होंने अपहरण की वारदात को अंजाम दिया। तभी पुलिस वहां पहुंच गई।