भारत के पूर्व तेज गेंदबाज डेविड जॉनसन (52) का गुरुवार 20 जून को बेंगलुरु में निधन हो गया। उन्होंने अपने अपार्टमेंट की चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। जॉनसन ने 1996 में भारत के लिए दो टेस्ट मैच खेले थे, जिसमें उन्होंने तीन विकेट लिए थे।
जॉनसन ने कर्नाटक की ओर से 39 फर्स्ट क्लास क्रिकेट मैच खेले। इसमें उन्होंने 125 विकेट लिए। उन्होंने चार बार 5 विकेट लिए। जॉनसन सबसे तेज भारतीय गेंदबाजों में से एक थे। 1995-96 के रणजी ट्रॉफी सीजन के दौरान उन्होंने केरल के खिलाफ 152 रन देकर 10 विकेट लिए। इस कारण उन्हें भारतीय टीम में जगह मिली।
1996 में किया डेब्यू, फिर साउथ अफ्रीका भी गए
डेविड ने 1996 में नई दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में अपना टेस्ट डेब्यू किया। ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे के दौरान वे माइकल स्लेटर को आउट करने में सफल रहे। दाएं हाथ के गेंदबाज साउथ अफ्रीका दौरे का भी हिस्सा थे, लेकिन उन्हें केवल पहले टेस्ट में खेलने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने हर्शल गिब्स और ब्रायन मैकमिलन के विकेट लिए।
जय शाह और अनिल कुंबले ने दी श्रद्धांजलि
BCCI सचिव जय शाह ने एक्स पर अपनी संवेदना व्यक्त की। शाह ने लिखा, हमारे पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज डेविड जॉनसन के परिवार और दोस्तों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। खेल में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। पूर्व भारतीय लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने एक्स पर लिखा, मेरे क्रिकेट साथी डेविड जॉनसन के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदनाएं। बहुत जल्दी चले गए 'बेनी'।
फिटनेस के कारण इंटरनेशनल क्रिकेट में संघर्ष करना पड़ा
अपनी शानदार शुरुआत और बेहतरीन पेस के बावजूद जॉनसन निरंतरता और फिटनेस के साथ संघर्ष करना पड़ा। जॉनसन ने कर्नाटक के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना जारी रखा, जहां उन्हें ज्यादा सक्सेस मिली। उन्होंने अपनी टीम के बॉलिंग अटैक में महत्वपूर्ण योगदान दिया। खेल से संन्यास लेने के बाद वह युवे क्रिकेटरों को कोचिंग और सलाह दे रहे थे।