कोरबा कोरबा जिले का रहवासी फेरी लगाकर सामान बेचने वाले एक युवक की हत्या करने के साथ उसका शव काफी हद तक जलाने के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। फोरेंसिक और साइबर टीम भी इस कड़ी में जांच पड़ताल कर रही थी। घटना के पांच दिन बाद पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी मृतक के नजदीकी लोग बताए जा रहे हैं।
कोतवाली कोरबा के अंतर्गत आने वाले मोतीसागरपारा क्षेत्र के निवासी 21 वर्षीय कृष्णा गंगवार का शव 5 मार्च को करतला थाना क्षेत्र में मिला था। नदी के पास एक स्थान पर उसके शव को जली हुई हालत में आस-पास के लोगों ने देखा था और पुलिस को सूचना दी थी। कुछ घंटे बाद शव की पहचान कृष्णा गंगवार के रूप में की गई। वह घटना से दो दिन पहले सामान लेकर रामपुर जाने की बात कहकर निकला था। उसके पास परिजनों से उसकी बात नहीं हो सकी। मोबाइल स्वीच ऑफ आने पर लोग चिंतित हुए, जैसा कि पुलिस में बताया गया है।
पुलिस को सूचना देने के बाद इस बारे में आगे की जांच पड़ताल शुरू हुई। 5 मार्च को करतला पुलिस ने जला हुआ शव मिलने की जानकारी इन लोगों को दी थी, जिसके बाद संबंधित लोग मौके पर पहुंचे और मृतक को कृष्णा के रूप में पहचाना। करतला पुलिस ने 302 के अंतर्गत हत्या का मामला दर्ज करते हुए प्रकरण में जांच मे लिया। इसी के साथ फोरेंसिक और साइबर टीम को भी जांच पड़ताल में लगाया गया। टेक्निकल टीम की मदद से कई प्रकार के पहले सामने आए। पुलिस ने भी अपने सूचना तंत्र के माध्यम से कई चीजों को एकत्र किया।
बताया गया कि हर स्तर पर जो अपडेट मिला उस आधार पर 4 लोगों को कृष्णा की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है। सबसे विशेष बात ये है कि ये चारों मृतक के नजदीकी लोग हैं। इनमें एक नाबालिग है। किसी विवाद को लेकर उक्त लोगों ने योजनाबद्ध तरीके से कृष्णा को मौत के घाट उतार दिया था और इस इरादे से शव को विकृत कर दिया ताकि आसानी से पहचान न नहो सके। याद रहे घटना के अगले दिवस उसी इलाके में एक स्थान से पुलिस ने कृष्णा गंगवार का फेरी वाला वाहन संख्या CG-12-AW-4058 जब्त किया था। इसी के साथ आगे की जांच तेज कर दी गई थी। तभी से कयास लगाया जा रहा था कि घटनाक्रम में नजदीकी लोग शामिल हो सकते हैं।