कराची: पाकिस्तान के एक बड़े बिजनेसमैन ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के सामने भरी सभा में दो मांगे कर डाली। उन्होंने कहा कि शहबाज शरीफ को जेल में बंद अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान के साथ शांति करनी चाहिए। बिजनेसमैन ने अपने दूसरी मांग में भारत के साथ दोस्ती की मांग कर डाली। यह घटना तब हुई जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ एक दिन के दौरे पर कराची पहुंचे थे। कराची को पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कहा जाता है। इस दौरान शहबाज शरीफ ने पाकिस्तानी बिजनेसमैनों के एक बैठक को संबोधित किया और उनसे देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए सुझाव मांगे।शहबाज से भारत और इमरान के साथ दोस्ती को कहा
इस दौरान पाकिस्तानी बिजनेस टाइकून आरिफ हबीब ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से बेलआउट पैकेज हासिल करने में अपने पिछले कार्यकाल के दौरान पीएम शहबाज के प्रयासों की सराहना की। पिछले साल जून में आईएमएफ के प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा के साथ अपनी बैठक का जिक्र करते हुए, शीर्ष ब्रोकरेज फर्म के मालिक आरिफ हबीब ने देश में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री शहबाज को "दो और हाथ मिलाने" का सुझाव दिया- एक भारत सहित पड़ोसी देशों के साथ और दूसरा पीटीआई संस्थापक इमरान खान के साथ।
आरिफ हबीब ने क्या कहा
आरिफ हबीब ने कहा, “मैं आपसे चाहूंगा कि आप दो हाथ और मिलाएं, एक जो हमारे पड़ोसियों से मिलाएं, जिस पर आप काम कर रहे हैं, इसमें भारत भी शामिल हो। मुझे लगता है कि इसके बहुत अच्छे परिणाम आएंगे। […] दूसरी बात, आपको अदियाला जेल के किसी कैदी से भी हाथ मिलाना चाहिए। मुझे लगता है कि इन दो कदमों से सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।'' पाकिस्तान ने अगस्त 2019 में जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 के खात्मे के कारण भारत के साथ व्यापार पर एकतरफा रोक लगा दी थी। हालांकि, इसका खामियाजा पाकिस्तान की अवाम को आज तक चुकाना पड़ रहा है।
भारत से व्यापार शुरू करने की तैयारी में पाकिस्तान
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने कुछ दिनों पहले ही भारत के साथ व्यापार को फिर से शुरू करने का संकेत दिया था। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्वीकार किया था कि पाकिस्तान आज भी भारत के साथ व्यापार कर रहा है। उन्होंने कहा था कि अगर हम सीधे सामान मंगाए को वह सस्ता पड़ेगा। डार ने कहा था कि वह भारत के साथ व्यापार को शुरू करने के लिए संबंधित पक्षों से बात करके शहबाज कैबिनेट में प्रस्ताव रखेंगे। इसके बाद पाकिस्तान के हित में फैसले को लिया जाएगा। पीएम शहबाज शरीफ के बड़े भाई नवाज शरीफ भी भारत के साथ संबंधों को सुधारने की बात कहते रहे हैं।