नई दिल्ली: मोहम्मद अजहरुद्दीन भारतीय क्रिकेट का एक ऐसा नाम जिन्होंने सफलता से लेकर बर्बादी तक का वो मंजर देखा जिसकी किसी ने कल्पना नहीं थी। वह जब मैदान पर उतरते थे तो कलाइयां मैच का रुख बदल देती थी। फ्लिक शॉट हो या फिर कट उसे देखना किसी चमत्कार से कम नहीं लगता था। यही कारण है कि अजहर को कलाई का जादूगर भी कहते थे। वही अजहर आज 61 साल के हो गए हैं। वैसे तो अजहर ने अपने खेल से भारतीय क्रिकेट में एक अमिट छाप छोड़ी है लेकिन उनके पीक पर कुछ ऐसा हुआ जिससे उनकी सभी उपलब्धियों धूमिल पड़ गई।
मोहम्मद अजहरुद्दीन ने साल 1984 में टीम इंडिया के लिए इंग्लैंड के खिलाफ अपना डेब्यू किया था। अजहर ने अपने डेब्यू मैच में ही शतक ठोककर सनसनी मचा दी थी, सिर्फ डेब्यू में ही नहीं, बल्कि अगले दो मैच में भी उन्होंने शतक जड़कर हैट्रिक बना दी। अजहर का यह रिकॉर्ड आज तक कायम है। दुनिया के किसी बल्लेबाज ने करियर के अपने शुरुआती तीन मैचों में लगातार शतक जमाया है।डेब्यू टेस्ट के बाद से ही अजहर की करियर निकल पड़ी। जल्द ही उन्हें वनडे में भी मौका मिल गया। इसके साथ ही 1989 में उन्हें टीम की कमान भी सौंप दी गई। अजहर ने टीम इंडिया के लिए 47 टेस्ट और 174 वनडे में कप्तानी की। टेस्ट कप्तानी में उन्होंने टीम इंडिया को 14 और 103 वनडे मैचों में जीत दिलाई। अजहर का यह रिकॉर्ड लंबे समय तक बना रहा।