इस बात में कोई दो राय नहीं कि बीते कुछ साल से रविंद्र जडेजा भारत के लिए टी-20 इंटरनेशनल में वैसा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे, जितनी उनकी भीतर काबिलियत थी, लेकिन उनके योगदान को नकारा नहीं जा सकता। 17 साल बाद टी-20 चैंपियन बनते ही विराट कोहली, कप्तान रोहित शर्मा के साथ-साथ रविंद्र जडेजा ने भी टी-20 फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है। रविंद्र जडेजा किफायती स्पिनर, लोअर ऑर्डर में तेजी से रन बनाने वाले बल्लेबाज के साथ-साथ एक जबरदस्त फील्डर थे। अब उनकी जगह भरने की जिम्मेदारी देश की उभरती और होनहार प्रतिभाओं पर हैं। चलिए एक नजर डालते हैं जड्डू की विरासत संभालने के लिए इस वक्त कौन से तीन क्रिकेटर्स सबसे उपयुक्त लग रहे हैं।वाशिंगटन सुंदर
6 फीट एक इंच लंबे कद वाले इस खिलाड़ी के पास पर्याप्त टी-20 अनुभव है। 2017 में डेब्यू के बाद से सुंदर ने भारत के लिए 43 टी-20 मैच खेले हैं। वह अक्सर दूसरे स्पिनर के रूप में टीम को ताकत देते आए हैं। खासकर द्विपक्षीय सीरीज के दौरान लगातार बल्ले और गेंद दोनों से प्रभावशाली प्रदर्शन करते हैं। जब-जब उन्हें नई गेंद के साथ मौका दिया गया, वह 20 ओवर के क्रिकेट में नियमित रूप से लगातार अच्छी लाइन और लेंथ दिखाते है। इसके अतिरिक्त वह बल्ले से एक उपयोगी बैटर से कहीं ज्यादा है। चाहे स्ट्राइक रोटेट करना हो या फिर डेथ ओवर्स में बड़ी हिट लगाने की जिम्मेदारी वह सबकुछ करने में माहिर हैं।
राहुल तेवतिया
भले ही राहुल तेवतिया को भारत के लिए अबतक एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला हो, लेकिन उनकी टी-20 फॉर्मेट में उनकी क्षमता पर शक नहीं किया जाना चाहिए। उनका टैलेंट निर्विवाद है। शिवम दुबे की तरह ही वे भी आईपीएल में स्पिनर्स के खिलाफ लंबे-लंबे छक्के मारने के लिए मशहूर हैं। वैसे तेज गेंदबाजों के सामने भी तेवतिया का बल्ला तलवार की तरह ही चलता है। उनका पसंदीदा एरिया ऑन-साइड है, जहां से सबसे ज्यादा रन चुराने हैं। तेवतिया के हिट अक्सर बड़े-बड़े मैदान पार कर जाते हैं। इसके साथ ही वह बेहतरीन लेग स्पिनर भी हैं, जो जरूरत पड़ने पर न सिर्फ रन रोक सकते हैं बल्कि विकेट भी निकाल सकते हैं।
साईं किशोर
इस लिस्ट में तीसरा और एक अहम नाम साईं किशोर का भी है। 2023-24 के घरेलू सीजन में तमिलनाडु के कप्तान साई किशोर सबसे कंसिस्टेंट विकेटटेकर थे। विजय हजारे ट्रॉफी में 19 विकेट के साथ वह सबसे टॉप पर थे। रणजी ट्रॉफी में 53 शिकार किए। साईं किशोर बल्ले से भी प्रभावी हैं। रणजी ट्रॉफी में 24.55 की औसत से 221 रन बनाए। आईपीएल 2024 में गुजरात टाइटंस के लिए उन्हें सात मैच खेलने का मौका मिला, जिसमें 4/33 के बेस्ट बॉलिंग फिगर के साथ उन्होंने नौ विकेट लिए। अगर भारतीय टीम एक साथ दो लेफ्ट आर्म स्पिनर को खिलाने का विकल्प तलाशती है तो साईं किशोर, अक्षर पटेल के पार्टनर बन सकते हैं।