चेन्नई: अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने शुक्रवार को गौतम गंभीर की सराहना करते हुए उन्हें एक उत्कृष्ट ‘फाइटर (हार ना मानने वाला)’ और प्रेरणास्रोत बताते हुए कहा कि टेस्ट करियर के शुरुआती दिनों में इस सलामी बल्लेबाज ने उनका हौसला बढ़ाया था। गंभीर भारत के मुख्य कोच के रूप में राहुल द्रविड़ की जगह लेने की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं। अश्विन ने 2012 में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के लिए अपनी पहली पूर्ण श्रृंखला के दौरान गंभीर के साथ अपनी बातचीत को याद किया।
अपनी किताब में किया खुलासारविचंद्रन अश्विन ने अपनी किताब 'आई हैव द स्ट्रीट्स - ए कुट्टी क्रिकेट स्टोरी' के लॉन्च के मौके पर कहा, 'मैं अपनी पहली पूर्ण श्रृंखला खेल रहा था। विश्व कप (2011) से पहले पहले दो वर्षों के दौरान मैं मैदान पर केवल ड्रिंक्स लेकर जाता था। उन्होंने शुरुआत में मुझे बहुत आत्मविश्वास दिया। इससे पहले मेरे राज्य (तमिलनाडु) से बाहर ऐसा नहीं हुआ था।
गंभीर के बारे में गलत समझा जाता है
इस 37 वर्षीय ऑफ स्पिनर ने कहा कि गंभीर को उनके स्वभाव के कारण अक्सर गलत समझा जाता रहा है। उन्होंने कहा, 'गौतम गंभीर को बहुत गलत समझा गया है। यह सब धारणा के बारे में है। वह किसी योद्धा की तरह है जिसे हार मानना पसंद नहीं है। हममें से कई लोगों के साथ सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि हम अपने दिमाग में किसी को नायक का दर्जा दे देते हैं और बाकी सभी को भूल जाते हैं। यह एक खेल है, कोई फिल्मी कहानी नहीं। यहां कोई नायक और खलनायक नहीं हैं। गंभीर एक प्रतिस्पर्धी हैं। उनकी जीतने की इच्छा और भूख अविश्वसनीय है। मेरे मन में (उनके लिए) बहुत सम्मान है।'
हेड कोच बनने पर क्या कहा
एक कार्यक्रम में कोच को लेकर पूछे गए सवालों से बचते हुए गौतम गंभीर ने कहा कि वह इतना आगे नहीं सोच रहे हैं। मौजूदा मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का कार्यकाल टी-20 विश्व कप के बाद खत्म हो जाएगा। गंभीर ने कोलकाता नाइट राइडर्स को हाल में टीम मेंटोर के तौर पर इंडियन प्रीमियर लीग का तीसरा खिताब दिलाने में मदद की। जब उनसे मुख्य कोच बनने की संभावना के बारे में पूछा गया तो वह चुप्पी साधे रहे। गंभीर ने कहा कि अभी जवाब देना मुश्किल है।'