नई दिल्ली: एक ओर जहां भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के लिए इंटरव्यू होना है तो दूसरी ओर भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की। गंभीर 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर पूर्वी दिल्ली से सांसद बने थे। उन्होंने अपने क्रिकेट कोचिंग करियर पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सक्रिय राजनीति से ब्रेक ले लिया है। इस फैसले के बाद इस तरह की पहली मीटिंग है। इस मीटिंग के बाद कुछ बड़ा होने का कयास लगाया जा रहा है।गंभीर ने ‘एक्स’ पर शाह के साथ तस्वीर साझा करते हुए लिखा, ‘हाल की चुनावी सफलता पर बधाई देने के लिए माननीय गृह मंत्री अमित शाह जी से मुलाकात की। गृह मंत्री के रूप में उनका नेतृत्व हमारे राष्ट्र की सुरक्षा और स्थिरता को और मजबूत करेगा।’ बता दें कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) चैंपियन कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) के मेंटोर (मार्गदर्शन) के रूप में गौतम गंभीर की खूब तारीफ हुई है। जब से केकेआर चैंपियन बनी है तब से उन्हें टीम इंडिया का हेड कोच बनाने की मांग की जा रही है।
गंभीर टी20 विश्व कप के बाद भारत के मुख्य कोच के रूप में राहुल द्रविड़ की जगह लेने के मजबूत दावेदार हैं। द्रविड़ ने पुष्टि की है कि वह मौजूदा टी20 विश्व कप के बाद भारतीय टीम के कोच का पद छोड़ देंगे। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने संभावित नई नियुक्ति पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, वह चाहते हैं कि कोई देसी कोच ही बने, जो टीम इंडिया के माहौल और प्लेयर्स से परिचित हो।
यह पता चला है कि अशोक मल्होत्रा की अध्यक्षता वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने अभी तक किसी भी इच्छुक उम्मीदवार का साक्षात्कार नहीं लिया है। बीसीसीआई से जुड़े लोगों का मानना है कि गंभीर की नियुक्ति महज एक औपचारिकता है क्योंकि दिल्ली के इस खिलाड़ी को टक्कर देने के लिए कोई उपयुक्त भारतीय उम्मीदवार मौजूद नहीं है। गंभीर की देख-रेख में जब केकेआर आईपीएल चैंपियन बना, तो उन्हें भारतीय टीम का कोच बनाने की मांग और बढ़ गई। गंभीर ने हाल ही में दुबई में एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय टीम का कोच बनने की इच्छा जताई थी।