साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ का कहना है कि SA20 से साउथ अफ्रीकी क्रिकेट को मजबूत होगा। 43 साल के पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि मुझे लगता है कि इस पूरे सीजन में हम विकसित हुए हैं और हमारे लिए सीजन सफल रहा।
लीग के कमिश्नर स्मिथ ने कहा कि पहले बहुत सारे सवाल उठ रहे थे कि क्या हम इसे दोबारा सफल बना सकते हैं या मजबूत हो सकते हैं और मुझे लगता है कि हमने ऐसा कर लिया है। खिलाड़ियों, टीमों और प्रशंसकों से हमें जो प्रतिक्रिया मिली है वह सकारात्मक है।
IPL फ्रेंचाइजी की भूमिका अहम
लीग के दूसरे सीजन के सफल आयोजन के बाद मंगलवार को ग्रीम ने कहा- 'हम सौभाग्यशाली हैं कि IPL की 6 फ्रेंचाइजी हमारे साथ हैं। यह वर्ल्ड क्रिकेट की सबसे मजबूत फ्रेंचाइजी हैं। कई स्तरों पर उनकी विशेषज्ञता हमारे काम आई।'
उन्होंने कहा कि भारत और भारतीय बोर्ड के साथ मेरी बातचीत से भी हमें काफी मदद मिली। इससे हमें कुछ सीखने को मिला। हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं जो हमारे लिए सकारात्मक हैं। लीग दूसरे सीज़न में फिर से अच्छा समर्थन मिला, महीने भर के अभियान के दौरान प्रशंसक अपनी सीटों और टीवी स्क्रीन से चिपके रहे, जो वीकएंड में सनराइजर्स ईस्टर्न केप द्वारा अपना खिताब बरकरार रखने के साथ समाप्त हुआ।
सभी की प्रतिक्रिया सकारात्मक
ग्रीम स्मिथ ने कहा कि लीग ने पिछले साल की तुलना में इस साल कितना बेहतर किया। इसे निर्धारित करने के लिए अभी भी डेटा और आंकड़ों के माध्यम से जांच करने की आवश्यकता है। वे स्मिथ लीग की सफलता, साउथ अफ्रीकी खिलाड़ियों की क्वालिटी ऑफ क्रिकेट और स्टेडियम में फैंस के उपस्थिति से खुश दिखे।
फैंस तय करेंगे वनडे क्रिकेट का फ्यूचर: ग्रीम स्मिथ
साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ का कहना है कि टेस्ट क्रिकेट को खतरा नहीं है, लेकिन वनडे क्रिकेट का फ्यूचर फैंस को तय करना है। जहां ब्रॉडकास्टर को व्यूअरशिप मिलेगी, वहां उसी फॉर्मेट को ज्यादा खेला जाएगा।
दैनिक भास्कर को दिए खास इंटरव्यू में स्मिथ ने कहा, SA20 लीग से हमारा इन्फ्रास्ट्रक्चर बेहतर हो रहा है, हम बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी करने के लिए फिर तैयार हैं।
बुमराह इस समय दुनिया के बेस्ट फास्ट बॉलर : फिलैंडर
साउथ अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज वर्नोन फिलैंडर ने जसप्रीत बुमराह को दुनिया का बेस्ट फास्ट बॉलर बताया है। बुमराह एक दिन पहले दुनिया के नंबर-1 टेस्ट गेंदबाज बने हैं। वे यह मुकाम हासिल करने वाले पहले भारतीय पेसर हैं।