मास्को । किसी भी देश की ताकत का अंदाजा उसकी बेहतर सैन्य शक्ति और हाईटेक हथियारों से किया जाता है। रूस और चीन मिलकर हाईटेक हथियार परियोजना पर काम कर रहे हैं। दोनों के बीच साझेदारी का खुलासा रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने स्वयं किया है। पुतिन ने कहा रूस और चीन उच्च तकनीक वाले हथियार विकसित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। चीनी सेना सबसे उन्नत हथियार प्रणालियों से लैस है। हम अलग-अलग हाई-टेक हथियार भी एक साथ विकसित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम अंतरिक्ष और विमानन के क्षेत्र में भी आपस में सहयोग कर रहे हैं। इसके साथ ही दोनों देशों के सशस्त्र बलों में भी सहयोग बढ़ रहा है। पुतिन ने कहा रूस 2060 के बाद चीन को ऊर्जा संसाधनों की आपूर्ति करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि परमाणु ऊर्जा, उच्च तकनीक सहित सभी क्षेत्रों में मिलकर काम करना जारी रखेंगे।
राष्ट्रपति पुतिन ने अभी बताया कि मास्को का बीजिंग के साथ आर्थिक सहयोग बना हुआ है, जिसके कारण एशिया तेजी से विकास कर रहा है। पुतिन ने मास्को और बीजिंग की मजबूत साझेदारी का जिक्र करते हुए बताया कि दोनों देशों ने अब तक करीब 100 अरब डॉलर से अधिक का कारोबार किया है, जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों में काम किया गया है, जिसमें परमाणु ऊर्जा, मानवाधिकारों और अंतरिक्ष शामिल हैं।
बीजिंग में शीतकालीन ओलंपिक का बहिष्कार करने के कुछ देशों के फैसले पर टिप्पणी करते हुए रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि कोई भी देश चीन के विकास को रोक नहीं सकता। पुतिन ने बहिष्कार को चीन के विकास को रोकने का प्रयास, संभावित प्रतिस्पर्धियों को अपना सिर उठाने से रोकना बताया।