बॉक्सिंग में इस बार भारत की कितनी उम्मीदें हैं, क्या पहली बार लग पाएगा 'गोल्डन पंच'
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20-07-2024 01:58 PM
अभिषेक उपाध्याय, नई दिल्ली: रेसलिंग की तरह ही बॉक्सिंग में भी भारतीय महिला खिलाड़ियों ने पुरुषों से ज्यादा ओलिंपिक कोटा हासिल किए हैं। अमित पंघाल (51 किलो वर्ग) और निशांत देव (71 किलो वर्ग) के अलावा निखत जरीन, प्रीती पवार, जैस्मिन लंबोरिया और लवलीना बोरगोहेन पैरिस में भारत की चुनौती पेश करेंगे। हाल फिलहाल भारतीय महिला मुक्केबाजों ने इंटरनेशनल स्टेज पर अच्छा प्रदर्शन किया है। पिछले ओलिंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट लवलीना ने तोक्यो गेम्स के बाद 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप (नई दिल्ली) में गोल्ड मेडल जीता था। वह एशियन गेम्स 2022 में सिल्वर मेडल हासिल करने में भी कामयाब रही थीं।
निखत से गोल्डन पंच की आसनिखत ने इस्तांबुल 2022 और नई दिल्ली 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप में दो गोल्ड मेडल अपने नाम किए थे। एशियन गेम्स 2022 में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। साल 2022 कॉमनवेल्थ में भी उन्होंने गोल्डन पंच लगाया था। ऐसे में सबसे ज्यादा उम्मीदें इन्हीं दो मुक्केबाजों से हैं। प्रीती और जैस्मिन ने भी कॉमनवेल्थ गेम्स में अपनी-अपनी वेट कैटिगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। निशांत ताशकंद में हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट हैं। अमित पर भी भारत को पहला गोल्ड और सिल्वर दिलाने का दारोमदार है। वह 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्डन पंच लगाने में सफल रहे थे। भारत ने अभी तक ओलिंपिक बॉक्सिंग में कुल तीन ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। बीजिंग ओलिंपिक में विजेंद्र सिंह ने बॉक्सिंग में भारत को पहला मेडल दिलाया था। फिर मेरीकॉम और लवलीना ने भी ब्रॉन्ज जीता। इस बार भारत को अपने बॉक्सर्स से 'गोल्डन पंच' लगाने की आस है।भारतीय टीम में कौन-कौन हैं?मेंस: अमित पंघाल (51 किलो), निशांत देव (71 किलो)वीमेंस: निखत जरीन (50 किलो), प्रीती पवार (54 किलो), जैस्मिन लंबोरिया(57 किलो), लवलीना बोरगोहेन (75 किलो)