वाशिंगटन । अभी तक माना जाता था कि अमेरिकी महाद्वीप में इंसान सबसे पहले करीब 13 हजार से 16 हजार साल पहले पहुंचे थे लेकिन अब दावा किया जा रहा है कि असल में वे उससे भी 10 हजार पहले पहुंच चुके थे। करीब 23 हजार साल पहले न्यू मेक्सिको में इंसानी गतिविधियों के सबूत मिले हैं जिसे एक बड़ी पुरातत्व उपलब्धि माना जा रहा है। इस रिसर्च के बारे में बोनमाउथ विश्वविदयालय के रिसर्चर्स ने डीटेल शेयर की हैं।
ब्रिटेन और अमेरिका के पुरातत्वविदों ने अलकाली फ्लैट नाम की सूखी हुई झील में इंसानी पैरों के निशान के आधार पर यह खोज की है। न्यू मेक्सिको के वाइट सैंड्स नैशनल पार्क में ये निशान मिट्टी में मिले। अमेरिकी जियॉलजिकल सर्वे के एक्सपर्ट्स ने रेडियोकार्बन डेटिंग की मदद से ट्रैक के ऊपर और नीचे की परतों की स्टडी की और पाया कि करीब दो हजार साल के दौरान यहां पैरों के निशान बने। सबसे पुराने ट्रैक 23 हजार साल
पहले के हैं। यह ऐसा वक्त था जब लास्ट ग्लासीयल मेक्सीमम के सबूत मिले हैं। इस दौरान उत्तरी अमेरिका का ज्यादातर हिस्सा बर्फ से ढका हुआ था और समुद्रस्तर आज की तुलना में 400 फीट कम
था।
अभी तक माना जाता था कि उत्तरी अमेरिका की बर्फ पिघलने के बाद अब से करीब 13 हजार से
16 हजार साल पहले के बीच इंसान यहां पहुंचा था। कुछ पुरातत्वविदों ने दावा किया है कि 16 हजार साल
पहले भी इंसानी रिहायश के सबूत मिले हैं। वहीं, तलछट, जानवरों की हड्डियों और लकड़ी के कोयले के निशान 33 हजार साल
पहले मिले हैं लेकिन यह सवाल बना रहा कि ये इंसानी मौजूदगी के सबूत हैं या नहीं? अब इंसानी पैरों के निशान मिलने से यह साबित माना जा रहा है कि इंसान लास्ट ग्लासीयल मेक्सीमम के दौरान अमेरिका में मौजूद था। नए प्रिंट फ्लैट हैं जिससे संकेत मिलता है कि ये लोग नंगे पैर रहते थे।रिसर्चर्स का कहना है कि पैरों के निशान से यह भी पता चलता है कि 40 हजार साल
पहले शुरू हुए ऊपरी पुरापाषाणकाल में इंसानी जीवन कैसा था। ज्यादातर निशान युवाओं और बच्चों के थे। कुछ वयस्कों के भी थे जबकि कुछ मैमथ, विशाल ग्राउंड स्लॉथ और भेड़ियों के भी थे।
कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि एशिया से लोग अमेरिका गए थे। वे जमीन के रास्ते बेरिंग स्ट्रेट से होते हुए पहुंचे थे। यह स्ट्रेट अब पानी के नीचे है और अलास्का और रूस के बीच बेरिंग सागर बनाता है। हालांकि, इससे पहले
करीब 33 हजार साल
पहले शुरू होकर 16 हजार साल
पहले तक रहे हिमयुग में यह रास्ता ग्लेशियर्स से बंद था। मालूम हो कि हजारों साल पहले इंसान धरती पर एक जगह से दूसरी जगह पलायन कर रहा था। वह कब, कौन सी
जगह पहुंचा, इसके कुछ
जवाब वैज्ञानिकों को पहले मिले हैं।