राजकोट: सरफराज खान के लिए शानदार टेस्ट डेब्यू उस समय निराशा में बदल गई जब वह रन आउट हो गए। रविंद्र जडेजा से गलती हो गई। उन्होंने रन भागने के लिए कॉल किया लेकिन फिर सरफराज को वापस भेज दिया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मार्क वुड ने डायरेक्ट थ्रो मारकर सरफराज की पारी का अंत कर दिया। 66 गेंदों की अपनी पारी में सरफारज ने 62 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में 9 चौके और एक छक्का मारा।
कैप से साथ बदकिस्मती भी मिली
भारत के पूर्व कप्तान और हेड कोच अनिल कुंबले ने सरफराज को उनकी टेस्ट कैप दी थी। उनका मानना है कि उनकी बदकिस्मती इस युवा मुंबई बल्लेबाज पर आ गई। दिलचस्प बात यह है कि सरफराज से पहले टेस्ट डेब्यू पर रन आउट होने वाले 12 भारतीय बल्लेबाजों में से एक कुंबले भी थे। वह 2 रन बनाकर अपने डेब्यू टेस्ट में 1990 में इंग्लैंड के खिलाफ ही आउट हुए थे।
कुंबले ने रन आउट पर क्या बोला?
पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद अनिल कुंबले ने जियो सिनेमा से कहा, 'सरफराज साझेदारी में हावी हो रहे थे, लेकिन मुझे लगा कि जड़ेजा शेल में चले गए थे और यह कभी-कभी इस मानसिकता में आप निर्णय लेते समय अपने दिमाग में क्लियर नहीं होते हैं। यह रन आउट होने का एक कारण हो सकता है और साथ ही मैंने अपने डेब्यू रन आउट का दुर्भाग्य सरफराज को दे दिया।
कुंबले ने सरफराज की तारीफ में आगे कहा- ऐसा कभी नहीं लगा कि यह उनकी पहली टेस्ट पारी है। हम सभी उनकी प्रतिभा के बारे में जानते हैं और हमने उन्हें घरेलू स्तर पर स्पिन पर दबदबा बनाते देखा है। लेकिन टेस्ट स्तर पर, आपको पूरी तरह से अलग मानसिकता की जरूरत होती है। उनकी ऐसी पारी खेलना शानदार था।