मेलबर्न । अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के मुख्य कार्यकारी ज्योफ एलार्डिस ने कहा है कि ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल कराने का प्रयास इसलिए किया जा रहा है ताकि इस खेल को दुनिया भर में पहुंचाया जा सके। आईसीसी का लक्ष्य है कि जिन देशों में यह खेल लोकप्रिय नहीं है वहां इसका प्रसार किया जाये।
बर्मिंघम में 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों में महिला टी 20 क्रिकेट की शुरुआत के बाद से ही आईसीसी ने इस खेल को ओलंपिक में शामिल करने के लिए प्रयास जारी कर दिये हैं। कुआलालंपुर में 1998 के राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों की क्रिकेट प्रतियोगिता पहले ही हो गयी है। एलार्डिस ने एक कार्यक्रम में कहा कि हमारे कई सदस्यों का मानना है ओलंपिक खेल के रूप में क्रिकेट को पहचान मिलने से सरकार और राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के साथ जुड़ाव और बेहतर होगा। यह सुविधाओं और प्रदर्शन को बेहतर करने के मामले में वास्तव में लाभप्रद रहेगा।
उन्होंने कहा, ‘हमारे लिए यह निश्चित रूप से पैसा बनाने का प्रयास नहीं है। हमारी कोशिश इस खेल को ऐसे जगह पहुंचाने की है, जहां यह लोकप्रिय नहीं है।' साथ ही कहा, ‘ हमारा दूसरा लक्ष्य हमारे सभी 106 सदस्यों को सरकार के साथ करीब से जुड़ने का मौका देना है।
' आईसीसी के इस शीर्ष अधिकारी ने कहा कि ओलंपिक का हिस्सा बनना कई सदस्य देशों के लिए संबंधित सरकारों के साथ अच्छे संबंध बनाने की नजर से जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘कुछ देशों में ओलंपिक में शामिल खेल गैर ओलंपिक खेल की तुलना में अपनी सरकार के अधिक करीब रहते हैं।' आईसीसी ने पिछले साल ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने के लिए बोली लगाने के अपने इरादे को भी इसी दिशा में उठाया एक कदम बताया है।