इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) 2025 से टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए बिग थ्री (तीन बड़े क्रिकेट बोर्ड) को छोड़कर अन्य क्रिकेट बोर्ड के लिए एक नया फंड जारी कर सकती है।
इसका लक्ष्य टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देना है और साथ ही यह भी सुनिश्चित करना है कि अन्य बोर्ड आकर्षक फ्रेंचाइजी लीग से बराबर का मुकाबला कर अपनी जगह बना सके। मुख्य रूप से इसकी पहल क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) के अध्यक्ष मार्क बेयर्ड ने की थी, जिसका भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने भी समर्थन किया था।
आईसीसी की इस पहल का उद्देश्य यह भी है कि इससे अलग-अलग बोर्ड के खिलाड़ियों के लिए एक अच्छी मैच फीस देने के लिए सेंट्रल फंड बनाया जा सकेगा। ESPN की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस फंड के बाद टेस्ट मैच में किसी प्लेयर की मैच फीस करीब 8 लाख हो सकती है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस साल दिसंबर तक इस प्रस्ताव को अनुमति मिल जाएगी और अगले वर्ष से इसको लागू किया जाएगा। इससे न सिर्फ टेस्ट क्रिकेट बल्कि टी-20 जैसे छोटे फॉर्मेट खेलने वाले खिलाड़ियों के लिए टेस्ट क्रिकेट आकर्षण का केंद्र बनेगा। ये फंड कम धन राशि वाले क्रिकेट बोर्ड को भी लाभ पहुंचाएगा।
1.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर हो सकता है नया फंड
क्रिकेट बोर्ड को जारी की जाने वाली नई राशि डेढ़ करोड़ अमेरिकी डॉलर यानी के करीब 125 करोड़ भारतीय रूपए के आसपास हो सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक BCCI सचिव जय शाह और ECB के अध्यक्ष रिचर्ड थॉम्पसन का समर्थन इस प्रस्ताव को हासिल है। हालांकि इसकी चर्चा अभी शुरुआती स्तर पर ही है और अब तक आईसीसी द्वारा बोर्ड या कार्यकारी समिति के स्तर पर इस संबंध में कोई चर्चा नहीं की गई है।
भारत,ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को छोड़कर अन्य देशों को फायदा मिलेगा
भारत,ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को छोड़कर टेस्ट खेलने वाले अन्य नौ देशों को टेस्ट क्रिकेट में नुकसान उठाना पड़ता है। इसी साल की शुरुआत में क्रिकेट वेस्टइंडीज (CWI) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जॉनी ग्रेव ने बताया था कि साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के दौरे में बोर्ड को कुल 20 लाख अमेरिकी डॉलर का खर्च आया।
2023 में ही ECB, कैरिबियाई धरती पर तीन टी20 खेलने के लिए राजी हो गई थी जिससे उन्हें फायदा हुआ था। पिछले महीने ही इंग्लैंड में टेस्ट श्रृंखला के एवज में ECB वेस्टइंडीज को अपने घर पर अंडर-19 दौरे की सुविधा भी मुहैया कराने वाला है।